भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत का बड़ा बयान सामने आया है। डॉ. भागवत ने कहा कि भारत किसी से शत्रुता नहीं करता है, लेकिन कोई दुस्साहस करेगा तो उसे सबक सिखाने से भी पीछे नहीं हटेगा। डॉ. भागवत जयपुर के सीकर रोड स्थित रविनाथ आश्रम में आयोजित रविनाथ महाराज की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।
डॉ. भागवत ने कहा कि दुनिया प्रेम और मंगल की भाषा भी तब ही सुनती है, जब आपके पास शक्ति हो। यह दुनिया का स्वभाव है, इसको बदला नहीं जा सकता। इसलिए विश्व कल्याण के लिए हमें शक्ति संपन्न होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लोगों के मन में आ रहा होगा कि मैं रविदास आश्रम क्यों आया हूं। यह वाजिब भी है। लेकिन मैं रविदास जी का भक्त हूं, उन्हीं के कारण आश्रम में आया हूं।
भारत किसी से दुश्मनी नहीं करता
डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि आतंकवाद पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद को सबक सिखाने की पूरी ताकत रखता है। भारत की सोच और नीति दुनिया से अलग है, लेकिन यह सब इसलिए है क्योंकि दुनिया में जीने के लिए जो करना पड़ता है, वह भारत करता है और उत्तम करता है।
उन्होंने स्वामी विवेकानंद का उल्लेख करते हुए कहा कि हर राष्ट्र का कोई प्रयोजन होता है और भारत का प्रयोजन है, दुनिया को समृद्धि की दिशा दिखाना। भारत ने हमेशा दूसरे राष्ट्रों की मदद की है, चाहे परिस्थितियां कैसी भी रही हों। उन्होंने यह भी कहा कि भारत किसी से दुश्मनी नहीं करता, लेकिन अगर कोई आंख दिखाएगा, तो उसे सबक सिखाना भी जानता है। Edited by: Sudhir Sharma