नई दिल्ली। संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 1,000 से अधिक शिक्षाविदों ने शनिवार को एक बयान जारी किया।
अपने बयान में इन शिक्षाविदों ने भुलाए गए अल्पसंख्यकों के साथ खड़े होने और भारत के सभ्यतागत स्वभाव को बरकरार रखने तथा धार्मिक प्रताड़ना के कारण भागकर आने वालों को शरण देने के लिए संसद को बधाई दी।
जिद छोड़े सरकार : बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार से शनिवार को कहा कि वह संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी पर अपनी जिद छोड़कर अपने फैसले वापस ले।
मायावती ने ट्वीट किया कि अब तो सीएए और एनआरसी के विरोध में केंद्र सरकार के राजग में भी विरोध के स्वर उठने लगे हैं अतः बसपा की मांग है कि वह अपनी जिद छोड़कर इन फैसलों को वापस ले। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से भी अपील है कि वे अपना विरोध शांतिपूर्ण ढंग से ही प्रकट करें। (भाषा)