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भारतीय सेना की बड़ी कार्रवाई, लिया शहादत का बदला, पाकिस्तान के 5 सैनिक मार गिराए

हमें फॉलो करें भारतीय सेना की बड़ी कार्रवाई, लिया शहादत का बदला, पाकिस्तान के 5 सैनिक मार गिराए
, शुक्रवार, 18 जनवरी 2019 (13:09 IST)
जम्मू। भारत ने बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट और सेना के मेजर की शहादत का बदला ले लिया है। नियंत्रण रेखा पर बीते 48 घंटे में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के पांच सैनिक मारे गए हैं। सेना के उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना से हमेशा एक कदम आगे है। संघर्ष विराम के उल्लंघन और स्नाइपर शॉट का पाकिस्तानी सेना को उसी की भाषा में जवाब दिया जा रहा है।


गौरतलब है कि 16 जनवरी के अंक में तीन पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की खबर प्रकाशित की गई थी। जम्मू डिवीजन के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के साथ सटे कलाई पुल को गुरुवार को जनता को समर्पित करने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि पिछले 48 घंटे में हमारी सेना ने पांच पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर किया है।

पाकिस्तान ने एक जनवरी से ही संघर्ष विराम का उल्लंघन शुरू कर दिया था। 11 जनवरी को राजौरी के पखर्नी सेक्टर में आईईडी धमाके में सेना के मेजर एसजी नायर और एक जवान शहीद हो गए थे। इसके अलावा पाक गोलाबारी में सेना के साथ काम करने वाला एक पोर्टर भी शहीद हुआ था। इसके बाद 15 जनवरी को पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हीरानगर सेक्टर में स्नाइपर शॉट दागा था, जिसमें बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट विनय प्रसाद शहीद हो गए थे।

11 जनवरी को नौशहरा के पखर्नी सेक्टर में आईईडी धमाके में मेजर समेत दो सैन्यकर्मियों की शहादत पर लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने कहा कि आईईडी कोई नई चीज नहीं है। हमारे पास कई ऐसे उपकरण हैं, जिनके जरिए हम पता लगाते हैं कि हमारे इलाके में कोई आईईडी तो नहीं है। हमारे जवानों के पास भी आईईडी से निपटने की पूरी तकनीक है, लेकिन कभी कोई आईईडी गलत समय पर फट जाती है। उत्तरी कमान प्रमुख ने कहा कि जब भी स्नाइपर शॉट दागा जाता है तो हमारी सेना उसका करारा जवाब देकर पाक को सबक सिखाती है।

रणबीर सिंह ने कहा कि साल 2018 सुरक्षाबलों के लिए बहुत बढ़िया साल रहा रहा है। पिछले 10 सालों के रिकॉर्ड के अनुसार, पिछला साल आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी का साल रहा। इस दौरान 250 से ज्यादा आतंकी मारे गए। वहीं 54 आतंकियों को जिंदा पकड़ा गया, जबकि चार आतंकियों ने आत्मसमर्पण किया था।

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