मुंबई। मुंबई। maharashtra politics : महाराष्ट्र (maharashtra) की राजनीति में एक बड़ा सियासी उलटफेर हुआ जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता अजित पवार (ajit pawar) ने रविवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की, जबकि पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। भतीजे की बगावत के बाद शरद पवार (sharad pawar) का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि ये गुगली नहीं है, ये रॉबरी है। ये छोटी बात नहीं है।
शरद पवार ने कहा कि कुछ ही दिन में सचाई सामने आ जाएगी। कुछ लोगों दावा कर रहे हैं कि हम ही पार्टी हैं। प्रधानमंत्री स्टेट कॉपरेटिव बैंक का उल्लेख किया था। मुझे खुशी है कि एनसीपी के कुछ सहकारियों ने शपथ ली है। उन्होंने कहा कि मैं फिर से पार्टी खड़ी करके बताऊंगा। ऐसी बगावत मैंने पहले भी देखी है। मोदीजी जो कर रहे हैं वो लोगों को पसंद नहीं है।
अजित पवार से कोई बात नहीं हुई : पवार ने कहा कि आज जो हुआ एनसीपी की नीति के खिलाफ है। मेरी भतीजे अजित पवार से कोई बात नहीं हुई। जिन्होंने शपथ ली है, उनके खिलाफ ईडी के केस हैं। पार्टी के खिलाफ काम करने वालों पर होगी कार्रवाई। मैंने प्रफुल्ल पटेल को एनसीपी का महासचिव बनाया है।
ऑपरेशन लोटस का हिस्सा : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने रविवार को श्री अजित पवार और अन्य वरिष्ठ नेताओं के एकनाथ शिंदे सरकार में मंत्री पद का शपथग्रहण को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 'ऑपरेशन लोटस' का हिस्सा करार दिया।
राकांपा प्रवक्ता महेश तापसे ने आज यहां अपने बयान में कहा कि सभी नेता, जिला अध्यक्ष और कार्यकर्ता गठन पार्टी प्रमुख शरद पवार के साथ हैं। उन्होंने कहा , “शपथग्रहण समारोह को पार्टी का आधिकारिक तौर पर समर्थन नहीं है। यह 'ऑपरेशन लोटस' का हिस्सा है। नेताओं ने व्यक्तिगत तौर पर शपथ ली है।
महाराष्ट्र की राजनीति में यह घटनाक्रम तब सामने आया जब अजित पवार को पार्टी में किनारे कर दिया गया और राकांपा सुप्रीमो की पुत्री सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma