नई दिल्ली। गुजरात के अनपढ़ या स्कूली शिक्षा प्राप्त विधायक स्नातक या उच्च डिग्रीधारी विधायकों से कहीं अधिक कमाते हैं। एक एनजीओ द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। भारत में विधायकों की औसत सालाना आमदनी 24.59 लाख रुपए है। पूर्वी क्षेत्र के 614 विधायकों की आय सबसे कम 8.5 लाख, जबकि दक्षिणी राज्यों के 711 विधायकों की सालाना कमाई 51.99 लाख रुपए है। सबसे अमीर विधायकों की सूची में कर्नाटक सबसे पहले स्थान पर है।
चुनाव सुधार के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा तैयार की गई इस रिपोर्ट के अनुसार गुजरात के कुल 182 विधायकों में से 161 की औसत वार्षिक आय 18.80 लाख रुपए है। स्नातक किए हुए 63 विधायकों की औसत सालाना आय 14.37 लाख रुपए है।
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव से पहले सभी 182 विधायकों द्वारा दायर किए गए चुनावी हलफनामे का अवलोकन करने के बाद एडीआर और इससे संबद्ध ‘गुजरात इलेक्शन वॉच’ द्वारा तैयार की गई इस रिपोर्ट में विधायकों की वार्षिक आय, पेशा और शैक्षणिक योग्यता के बारे में ब्योरा दिया गया है।
यह रिपोर्ट भारत के कुल 4086 विधायकों में से 3145 विधायकों के हलफनामे के आधार पर तैयार की गई है। ज्यादा पढ़े-लिखे विधायकों की तुलना में कम पढ़े-लिखे विधायकों की आय ज्यादा है। कुल 4,086 विधायकों में से 3,145 विधायकों द्वारा जमा कराए गए स्वघोषित शपथ पत्र के मुताबिक, 5वीं से 12वीं क्लास तक पढ़े 33 फीसदी विधायकों की औसत सालाना आय 31.03 लाख रुपए है, जबकि 63 फीसदी ग्रेजुएट और उससे ऊपर पढ़े विधायकों की आय 20.87 लाख रुपए है।
89.88 लाख रुपए औसत वार्षिक आय आठवीं पास तक के 139 विधायकों की है। 31.03 लाख रुपए औसत वार्षिक आय पांचवीं से 12वीं पास 1052 विधायकों की है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि उम्र के साथ आय भी बढ़ती है। बिजनेस या कृषि में लगे विधायकों की औसत आय 57.81 लाख रुपए है।