वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मंगलवार को 557 करोड़ रुपए की विकास परियोजाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करते हुए चार वर्षों की छोटी-बड़ी अनेक उपलब्धियां गिनाते हुए लोगों से कहा कि आप मेरे 'मालिक' और 'हाईकमान' हैं और सेवक के नाते मेरा दायित्व है कि आपको पाई-पाई का हिसाब दूं।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के एम्फी थिएटर मैदान में आयोजित विशाल सभा को संबोधित करते मोदी ने कहा कि वाराणसी को पूर्वोत्तर भारत का 'गेटवे' बनाने की दिशा में विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। परिवहन, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में पिछले चार सालों के दौरान अरबों रुपए की लागत से विकास की अनेक परियोजनाएं पूरी कर ली गईं हैं या पूरी की जा रही है। चार वर्ष पहले और अब यहां आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक भी विकास को महसूस कर रहे हैं।
मोदी ने वाराणसी और देश के अनेक हिस्सों में चौतरफा विकास का दावा करते हुए लोगों से नए काशी-नए भारत के निर्माण में योदान देने की भावुक अपील की। प्रधानमंत्री ने अपार जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपका सेवक हूं। वाराणसी के सांसद होने के नाते आपको चार वर्षों के विकास कार्यों की ये छोटी-सी झलक दिखा रहा हूं। आप मेरे मालिक एवं हाईकमान हैं। आपको अपने सेवक से हिसाब मांगने का स्वभाविक अधिकार है और मेरा दायित्व है कि मैं पाई-पाई का हिसाब दूं।
इस अवसर पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में विकास के जितने कार्य चार वर्षों में हुए हैं, उतने आज तक कभी नहीं हुए।
दिए 557 करोड़ के उपहार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को अपने 68वें जन्मदिन पर 557 करोड़ रुपए की कई विकास योजनाओं के तोहफे देने बाद यहां से निर्धारित यात्रा कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को दिल्ली रवाना हो गए।
मोदी को वाराणसी के बाबतपुर लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष एवं चंदौली के सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय समेत कई नेताओं ने बिदाई दी। हवाई अड्डा के निदेशक एके राय ने बताया कि प्रधानमंत्री का विशेष विमान अपराह्न करीब एक बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गया।