बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी समेत सभी दिग्गज यहां चुनाव प्रचार में डटे हुए हैं। हाल ही में हुए दो सर्वे में कहा गया है कि कांग्रेस एक बार फिर राज्य में सबसे बड़े दल के रूप में उभरेगी। हालांकि उसे बहुमत से दूर बताया गया है।
लोकनीति-सीएसडीएस और एबीपी न्यूज के सर्वे में कांग्रेस पार्टी को 97 सीटें, बीजेपी को 84, जेडीएस को 37 और अन्य को 4 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
सर्वे में कांग्रेस के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का लिंगायत कार्ड बेअसर रहने की बात कही गई है। सर्वे के मुताबिक 61 लिंगायत वोट भाजपा के खाते में जाते दिखाई दे रहे हैं। जबकि 18 प्रतिशत ने कांग्रेस का समर्थन किया और जेडीएस को भी 11 प्रतिशत लिंगायत वोट मिल सकते हैं।
सर्वे में शामिल लोगों के मुताबिक मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अच्छा काम किया है। 72 फीसदी लोगों ने सिद्धारमैया के कामकाज की तारीफ की है। यहां के लोग मानते हैं कि भाजपा सबसे भ्रष्ट पार्टी है। इस सर्वे ने भी जेडीएस के किंगमेकर की भूमिका में रहने का अनुमान जताया है।
इंडिया टुडे-कार्वी के अनुमान के मुताबिक कांग्रेस को 224 सीटों वाली विधानसभा में 90-101 सीट मिलती दिखाई दे रही हैं। भाजपा के 78-86 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रहने की संभावना है।