कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में पद संभालने के बाद पहली बार प्रदेश के दौरे पर पहुंचे रामनाथ कोविंद आज अपने गृह जनपद कानपुर में थे। कानपुर के ईश्वरीगंज गांव में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वच्छता अभियान शुरू करने वाले पांच लोगों का सम्मान किया। 'स्वच्छता ही सेवा' कार्यक्रम की शुरुआत की।
राष्ट्रपति ने ईश्वरीगंज के लोगों को बधाई दी। रामनाथ कोविंद ने कहा कि स्वच्छता केवल सफाई कर्मियों की जिम्मेदारी नहीं है। गंदगी किसी भी समाज के लिए अभिशाप है। इससे भी बीमारियां होती है। स्वच्छ्ता सच्चे रूप में मानवता की सेवा है। मुझे विश्वास है कि स्वच्छता का संकल्प लेकर राष्ट्र निर्माता की अपनी-अपनी भूमिका को हम सब सफलतापूर्वक अदा करेंगे।
'स्वच्छता ही सेवा’ का यह अभियान स्वच्छ भारत मिशन को ताकत देने का देशव्यापी प्रयास है। स्वच्छता के लिए सदियों पुरानी आदतों को बदलना है। यह समाज की सोच में बदलाव का अभियान हैस्वच्छता केवल सफाई कर्मियों और सरकारी विभागों की ही ज़िम्मेदारी नहीं है।
गांधीजी ने खुद सफाई करते हुए सबको यह सिखाने की कोशिश की स्वच्छ भारत मिशन द्वारा स्वच्छता को एक सामूहिक मुद्दा बनाया गया है लेकिन आम जनता के सहयोग के बिना यह मिशन पूरा नहीं हो सकता है। स्वच्छ भारत की नींव पर ही स्वस्थ भारत और समृद्ध भारत का निर्माण होगा।
उन्होंने कहा की 6.50 करोड़ लोग मानसिक बीमारी से जूझ रहे है, जहाँ शौचालय नहीं है। शौचालय नहीं होने से शादी न करने वाली बेटियों को बधाई। उत्तर प्रदेश खुले में शौच मुक्त होने में अब पीछे नहीं रहेगा।
कार्यक्रम को राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय मंत्री उमा भारती तथा क्षेत्रीय सांसद मुरली मनोहर जोशी ने भी सम्बोधित किया।