मुंबई। रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति ने बढ़ती महंगाई के डर से नीतिगत ब्याज दरों को यथावत बना रखा है। इससे आवास तथा वाहन ऋण सस्ते होने की आस लगा बैठे लोगों के साथ उद्योगों की सस्ती पूंजी की उम्मीद को भी झटका लगा है।
समिति की दो दिवसीय बैठक के बाद आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल ने बताया कि रेपो दर छह प्रतिशत पर स्थिर रखी गई है। इससे आवास तथा वाहन ऋण सस्ते होने की आस लगा बैठे लोगों के साथ उद्योगों की सस्ती पूंजी की उम्मीद को भी झटका लगा है।
इससे रिवर्स रेपो दर 5.75 प्रतिशत पर तथा मार्जिनल स्टैंडिंग फसिलिटी और बैंक रेट 6.25 प्रतिशत पर यथावत हैं। साथ ही नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) चार प्रतिशत पर बरकरार रखने का फैसला किया गया है। (वार्ता)