तिरुवनंतपुरम। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के कोल्लम के अंचल स्थित मंदिर में नृत्य करने के दौरान कथकली नृत्य के प्रख्यात नर्तक पद्मभूषण मदवूर वासुदेवन नायर का मंगलवार रात निधन हो गया। नायर अगस्त्यकोदु महादेव मंदिर परिसर में करीब 22 बजकर 40 मिनट पर रावण के रूप में रावण विजयम कथकली नृत्य शैली के माध्यम से नृत्य प्रस्तुत कर रहे थे तभी वह मंच पर बेहोश होकर गिर पड़े।
उन्हें तत्काल नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। नायर 89 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी सावित्री अम्मा, बेटी मिनी और गंगा तथा बेटा मधु है। कथकली के प्रख्यात नर्तक नायर 1929 में जन्मे और महज 12 साल के उम्र से मदवूर परमेश्वरम पिल्लई से कथकली की शिक्षा लेनी प्रारंभ कर दी थी। नायर केरल कालामंडलम में पिछले 10 साल से कथकली का प्रशिक्षण भी दे रहे थे।
नायर को 2011 में पद्मभूषण से से नवाजा गया था। 1998 में उन्हें साहित्य अकादमी अवार्ड मिला तथा 2009 में राज्य कथकली अवार्ड प्रदान किया गया था। प्रख्यात नर्तक के निधन पर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, विपक्षी नेता रमेश चेन्निथला, संस्कृति मंत्री एके बालान, भाजपा अध्यक्ष कुम्मानम राजशेखरन ने गहरा शोक व्यक्त किया है। (वार्ता)