नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल के दामों में आई तेजी की वजह से देशभर में महंगाई तेजी से अपने पैर पसार रही है। खाद्य सामग्री के दाम तो तेजी से बढ़े ही हैं साथ ही रोजमर्रा की वस्तुओं के दामों में काफी तेजी आई है। चाहे एफएमसीजी उत्पाद हों, इलेक्ट्रानिक उत्पाद हों या फिर जूते, पर्स, बेल्ट आदि सभी पर महंगाई का साया नजर आ रहा है।
जूता व्यापारी प्रकाश तोलानी ने बताया कि ट्रांसपोर्टेशन, लेबर महंगा होने की वजह से फुटवेअर इंडस्ट्री पर भी महंगाई की मार पड़ी है। जून 2020 से अब तक 1 साल में जूते-चप्पल 5 से 10 प्रतिशत तक महंगे हुए हैं। अधिकांश कच्चा सामान चीन से आता है उस पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में फुटवेअर और महंगा होने की आशंका है। 1000 से कम कीमत के जूते-चप्पल पर फिलहाल 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है, लेकिन जीएसटी परिषद इसे बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने की तैयारी कर रही है।
FMCG : FMCG से लंबे समय से काम कर रहे ऋषि शर्मा ने बताया कि इस सेक्टर पर भी महंगाई की मार पड़ने वाली है। हिंदुस्तान लिवर, डाबर, पीएनजी आदि बहुत सारी कंपनियां अपने कई उत्पादों पर रेट्स बढ़ाने की तैयारी में हैं। बिस्किट, साबुन, टूथपेस्ट, कॉस्मेटिक्स, OTC प्रोडक्ट्स कॉस्ट जल्द ही बढ़ सकते हैं। रॉ मटेरियल और ट्रांसपोर्टेशन कास्ट काफी बढ़ गई है।
शर्मा ने बताया कि उदाहरण के लिए बिस्किट में पाम आयल लगता है। पहले उसके भाव 80 से 85 रुपए प्रति लीटर थे अब यह लगभग डबल हो गए हैं। इसी तरह अन्य वस्तुओं के दाम भी तेजी से बढ़े हैं। डिमांड और सप्लाय का गणित भी फेल हुआ है। इससे प्रोडक्शन में भी गिरावट आई है।
महंगा हुआ इलेक्ट्रॉनिक सामान : इलेक्ट्रॉनिक्स सामान के विक्रेता नितेश धानगढ़ ने बताया कि सभी इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों पर महंगाई की मार पड़ी है। पंखे, कूलर, फ्रीज, हीटर से लेकर बोर्ड, वायर तक सब महंगा हुआ है। कुल मिलाकर सभी चीजें 8-10 प्रतिशत तक महंगी हुई हैं। कोरोना अनलॉक में गैस चूल्हे, भट्टी आदि के दाम बढ़े हैं।
खिलौने भी महंगे : बच्चों के खिलौने भी महंगाई से अछूते नहीं रहे। साइकल से लेकर अन्य खिलौने तक सभी महंगे हुए हैं। चीन से आने वाले खिलौने एवं अन्य सामान पर बढ़ी इम्पोर्ट ड्यूटी का असर तो हुआ ही है साथ ही ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ने से भी नुकसान हुआ है। प्लास्टिक महंगा होने का असर भी इस पर पड़ा है।
लेबर कॉस्ट भी बढ़ी : हेअर ड्रेसर, इलेक्ट्रिशयन, प्लंबर आदि सभी की लेबर कॉस्ट बढ़ गई है। लेबर कॉस्ट बढ़ने से महंगाई की मार और तेज हो गई है।
कुल मिलाकर देखने में आ रहा है कि खाने पीने की वस्तुएं ही नहीं बल्कि सभी वस्तुओं पर महंगाई की मार पड़ रही है। इलेक्टॉनिक आयटम, खिलौने, जूते आदि महंगे होने से आम आदमी का बजट बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उसके लिए यह तय करना मुश्किल पड़ रहा है कि क्या खरीदें और क्या नहीं।