इंदौर। स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के इंदौर ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। 'स्वच्छ भारत मिशन' में इंदौर को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। शहर को देश का पहला 'वॉटर प्लस' शहर घोषित किया गया है।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया है कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के वाटर प्लस प्रोटोकॉल की गाइडलाइन के अनुसार नगर पालिक निगम इंदौर द्वारा शहर की कान्ह, सरस्वती नदी एवं शहर में बहने वाले छोटे-बड़े 25 नालों में छूटे हुए 1746 सार्वजनिक एवं 5624 घरेलू सीवर आउट फॉल की टैपिंग कर नदी नालों को सीवर मुक्त किया गया।
आयुक्त नगर निगम इंदौर श्रीमती प्रतिभा पाल ने बताया है कि सीवरेज ट्रीटमेंट हेतु शहर में सात एसटीपी का निर्माण कार्य किया गया एवं एसटीपी से 110 एमएलडी ट्रीटेड वॉटर का उपयोग किया जा रहा है। वाटर प्लस प्रोटोकॉल की गाइडलाइन के अनुसार शहर में 147 विशेष प्रकार के यूरिनल का निर्माण किया गया तथा तालाब, कुओं तथा समस्त वॉटर बॉडी की सफाई का कार्य भी किया गया है।
गृहमंत्री मिश्रा ने दी बधाई : प्रदेश के गृहमंत्री एवं इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर शहर को स्वच्छता के क्षेत्र में मिली उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में वॉटर प्लस सर्टिफिकेट प्राप्त कर देश में इंदौर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। इसके लिए शहर को स्वच्छ रखने में योगदान देने वाले सभी नागरिक, संस्थाएं और शासकीय-अमला बधाई के पात्र हैं।
पर्यटन मंत्री ने सहभागियों को दिया धन्यवाद : पर्यटन मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर ने स्वच्छता के क्षेत्र में वॉटर प्लस का खिताब हासिल कर देश में इंदौर के सिरमौर बनने पर सभी सहभागियों को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा है कि यह इंदौर के जज्बे का ही परिणाम है कि इंदौर ने फिर इतिहास रचा है।
शहरवासियों, जनप्रतिनिधियों, विभिन्न संस्थाओं, अधिकारी-कर्मचारियों आदि के संयुक्त प्रयासों से स्वच्छ सर्वेक्षण के मापदंडों पर इंदौर खरा उतरा है। निश्चित ही इंदौर स्वच्छता में पांचवीं बार देश में अव्वल रहेगा।