नई दिल्ली। रामनाथ कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में 25 जुलाई को कार्यभार ग्रहण करेंगे। राष्ट्र के सर्वोच्च संवैधानिक पद को सुशोभित करने वाले अब तक के 13 राष्ट्रपतियों का कार्यकाल इस प्रकार रहा है-
देश के आजाद होने के बाद पहला राष्ट्रपति होने का गौरव डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को प्राप्त हुआ। वे 12 वर्ष तक इस पद रहे और एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे, जो दो बार इस पद के लिए चुने गए। उन्होंने सबसे पहले 26 जनवरी 1950 को राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला और वह 12 मई 1962 तक इस पद पर रहे।
दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन ने 13 मई 1962 को यह पद ग्रहण किया और 12 मई 1967 तक वे इस पद पर रहे। तीसरे राष्ट्रपति जाकिर हुसैन 13 मई 1967 से 3 मई 1969 तक इस पद पर रहे। डॉ. हुसैन का कार्यकाल के दौरान ही निधन हो गया था।
इसके बाद तत्कालीन उपराष्ट्रपति वीवी गिरि को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया। गिरि ने 3 मई 1969 से 20 जुलाई 1969 तक कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में काम किया और फिर राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया।
गिरि के इस्तीफा देने के बाद उस समय के मुख्य न्यायाधीश हिदायतुल्ला ने नया राष्ट्रपति निर्वाचित होने तक कार्यवाहक राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला। गिरि चुनाव जीतने ने बाद 24 अगस्त 1969 से 23 अगस्त 1974 तक राष्ट्रपति रहे।
पांचवें राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद बने और उनकी भी कार्यकाल के दौरान ही मृत्यु हो गई, जिसके बाद उपराष्ट्रपति बसप्पा दानप्पा जत्ती 11 फरवरी 1977 से 25 जुलाई 1977 तक कार्यवाहक राष्ट्रपति रहे।
छठे राष्ट्रपति के तौर पर नीलम संजीव रेड्डी 25 जुलाई 1987 से 24 जुलाई 1982 तक इस पद पर रहे।
ज्ञानी जैलसिंह ने 25 जुलाई 1982 से 24 जुलाई 1987 तक सातवें राष्ट्रपति के रूप में काम किया। इसके बाद रामास्वामी वेंकटरमन आठवें राष्ट्रपति बने और 25 जुलाई 1987 से 24 जुलाई 1992 तक इस पद पर रहे।
नौवें राष्ट्रपति के तौर पर डॉ. शंकर दयाल शर्मा का कार्यकाल 25 जुलाई 1992 से 24 जुलाई 1997 तक रहा। दसवें राष्ट्रपति के आर नारायण 25 जुलाई 1997 से 24 जुलाई 2002 तक रायसीना हिल्स में रहे।
ग्यारहवें राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का कार्यकाल 25 जुलाई 2002 से 24 जुलाई 2007 तक रहा। इसके बाद श्रीमती प्रतिभा पाटिल 12वीं राष्ट्रपति बनीं और वह 25 जुलाई 2007 से 24 जुलाई 2012 तक इस पद पर रहीं। वह देश की अब तक की पहली महिला राष्ट्रपति थीं।
वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी वित्तमंत्री और रक्षामंत्री के पद पर रहने के बाद 25 जुलाई 2017 को देश का सर्वोच्च संवैधानिक पद संभाला। तेरहवें राष्ट्रपति के रूप में उनका कार्यकाल 24 जुलाई 2017 को समाप्त हो रहा है। (वार्ता)