जम्मू। पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर सीजफायर उल्लंघन करते हुए लाइन ऑफ कंट्रोल के पास पिछले 48 घंटे से गोलाबारी जारी रखी हुई है। पुंछ जिले में फॉरवर्ड पोस्ट्स और सिविलियन इलाकों के आसपास भारी मोर्टार से गोलाबारी पाकिस्तान की ओर से की जा रही है। भारतीय सेना उनका मुंहतोड़ जवाब दे रही है। अभी तक किसी के घायल होने या किसी नुकसान की खबर नहीं हैं।
पाक गोलाबारी के चलते एतिहातन सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है और लोगों को घरों के भीतर ही रहने का फरमान प्रशासन की ओर से सुनाया गया है। एलओसी पर हाई अलर्ट भी घोषित कर दिया गया है। गुरुवार को पुंछ के गुलपुर और खाड़ी करमरा में भी गोलाबारी की गई थी जिसमें एक दुकान, एक घर और एक गोशाला निशाना बने थे। मंगलवार और बुधवार को भी पाकिस्तानी सेना ने गोलीबारी की थी। साल 2018 में अक्टूबर तक सीजफायर की करीब 1600 घटनाएं हुईं जो एक साल में सबसे ज्यादा है।
वहीं, बीते दिनों पुंछ के केजी सेक्टर में सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया था। पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिश की गई थी। जिसमें जवाबी कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने एक घुसपैठियों को मार गिराया था। वहीं, पूरे इलाके में अभी तलाशी अभियान जारी किया था।
अधिकारियों के मुताबिक, सेना ने शीतकाल में सीमा पार से घुसपैठ की आशंका के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर चौकसी और बढ़ाई गई है। सेना के वरिष्ठ कमांडरों ने बताया है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से सर्दियों में घुसपैठ हो सकती है। पीओके में आतंकियों के शिविर चल रहे हैं और वे सभी घुसपैठ की फिराक में हैं इसलिए आने वाले दिन ज्यादा चुनौतीपूर्ण है।
उन्होंने आश्वस्त किया कि सेना सतर्क है और घुसपैठियों को कड़ा जवाब देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों से प्रशिक्षित आतंकी घुसपैठ कर सकते हैं। उन क्षेत्रों का जायजा सेना के वरिष्ठ अधिकारी ले चुके हैं। उन्होंने बताया कि सतर्कता सूत्रों के अनुसार सीमा पार से घुसपैठ की तैयारी चल रही है, लेकिन सेना उसका जवाब देने के लिए तैयार है।
सैकड़ों आतंकी घुसपैठ की फिराक में : बताया जा रहा है कि आतंकवाद को बल देने के लिए सीमा पार लांचिंग पैडों पर तैयार सैकड़ों आतंकियों को घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान सीमा पर कमजोर कड़ी तलाश रहा है। पड़ोसी देश ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से पहाड़ी दर्रों के बंद होने से पहले घुसपैठ करवाने के लिए फिर दुस्साहस करेगा। सूत्रों के अनुसार, सेना व बीएसएफ के भारी दबाव के कारण अब सीमा पार से आतंकियों के छोटे दलों को घुसपैठ करवाने की कोशिशें हो रही हैं। बड़े दलों की घुसपैठ में अधिक नुकसान की संभावना रहती है।