लखनऊ। भारत-अमेरिका संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास शनिवार को वॉशिंगटन स्थित ज्वॉइंट बेस लेविस मैकोर्ड में शुरू हो गया। युद्धाभ्यास के शुरुआती समारोह के दौरान अमेरिकी सेना के 7 इंफैन्ट्री डिविजन के जनरल ऑफीसर कमांडिंग मेजर जनरल विलर्ड एम. बर्लेसन ने भारतीय सैनिकों का स्वागत किया।
मध्य कमान के एक प्रवक्ता ने शनिवार को यहां बताया कि युद्धाभ्यास से पहले एक समारोह में भारतीय राष्ट्रगान 'जन-गण-मन...' एवं अमेरिकी राष्ट्रगान 'द स्टार स्पैन्गल्ड बैनर' गाया गया। इस अवसर पर दोनों देशों के झंडे फहराए गए। भारतीय एवं अमेरिकी सैनिक एक-दूसरे के साथ खड़े रहे तथा समारोह के दौरान दोनों देशों के 2 वरिष्ठ सैन्याधिकारियों को रस्मी सैल्यूट दिए।
उन्होंने बताया कि संयुक्त युद्धाभ्यास में अमेरिकी सेना की ओर से 20 इंफैन्ट्री रेजीमेंट की 5वीं इंफैन्ट्री बटालियन जबकि भारतीय सेना की ओर से सूर्या कमान की 11 गोरखा राइफल्स की दूसरी बटालियन प्रतिनिधित्व कर रही हैं। युद्धाभ्यास के शुरुआती समारोह के दौरान अमेरिकी सेना के 7 इंफैन्ट्री डिवीजन के जनरल ऑफीसर कमांडिंग मेजर जनरल विलर्ड एम. बर्लेसन ने भारतीय सैनिकों का स्वागत किया।
उद्घाटन भाषण में मेजर जनरल विलर्ड एम. बर्लेसन ने भारत और अमेरिका की इस साझेदारी को प्रजातंत्र, स्वतंत्रता, समानता एवं न्याय को दोनों देशों के लिए कीमती बताया। दो सप्ताह तक चलने वाले सैन्य युद्धाभ्यास में अमेरिकी सेना तथा भारतीय सेना के सूर्या कमान की ओर से बराबर संख्या में सैन्य टुकड़ियां हिस्सा ले रही हैं। युद्धाभ्यास के दौरान संयुक्त राष्ट्र की मैन्डेट के अनुसार, जवाबी एवं आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों से निपटने की उनकी कार्यकुशलता तथा तकनीकी कौशल देखने को मिलेगा।
प्रवक्ता ने बताया कि दोनों देश संयुक्त रूप से किसी प्रकार के खतरों से निपटने के लिए एक सुविकसित कुशल ड्रिल को अमल में लाकर योजनाबद्ध तरीके से प्रशिक्षण लेगें, जिसे संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए आयोजित ऑपरेशनों में प्रयोग किया जा सके। दोनों देशों के सैन्य विशेषज्ञ पारस्परिक लाभ के लिए विविध विषयों पर एक-दूसरे के अनुभवों को साझा करने के लिए विचार-विमर्श भी करेंगे। (वार्ता)