जीएसटी का वार्षिक रिटर्न भरने की अंतिम तिथि 30 जून

Webdunia
मंगलवार, 4 जून 2019 (16:49 IST)
नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लिए वार्षिक रिटर्न भरने की अंतिम तिथि 30 जून 2019 है और इसके लिए जारी फॉर्म जीएसटीआर-9 के कुछ कॉलम को लेकर सरकार ने स्पष्टीकरण जारी किया है। केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने इस संबंध में मंगलवार को यहां स्पष्टीकरण जारी किया।

इसमें कहा गया है कि 1 मई 2019 तक फॉर्म जीएसटीआर 2ए में दी गई जानकारी फॉर्म जीएसटीआर-9 के टेबल-8ए में स्वत: दिखने लगेगी। इसी तरह अप्रैल 2018 से मार्च 2019 तक खरीद किए गए माल पर इनपुट टैक्स क्रेडिट को फॉर्म जीएसटीआर-9 के टेबल-8सी में दर्शाया जा सकता है।

इसमें कहा गया है कि वित्त वर्ष 2017-18 के लेनदेन के विवरण के लिए अप्रैल 2018 से मार्च 2019 के दौरान भरे गए रिटर्न को फॉर्म जीएसटीआर-9 के पीटी-वी में घोषित किया जा सकता है। इसमें फॉर्म जीएसटीआर-1 के टेबल-10 और 11 में किए गए संशोधन के विवरण भी भरे जा सकते हैं।

विभाग ने कहा कि करदाताओं ने फॉर्म जीएसटीआर-9 को लेकर कई अन्य सवाल भी पूछे थे जिनको लेकर स्पष्टीकरण जारी किए गए हैं। उसने सभी करदाताओं से अंतिम समय से पहले रिटर्न भरने की अपील करते हुए कहा कि अंतिम समय में एक साथ अधिक लोगों के रिटर्न भरने की कोशिश करने से तंत्र पर अधिक दबाव बनता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Sindoor के बाद Pakistan ने दी थी न्यूक्लियर अटैक की धमकी, पार्लियामेंटरी स्टैंडिंग कमेटी में क्या बोले Vikram Misri, शशि थरूर का भी आया बयान

भारत कोई धर्मशाला नहीं, 140 करोड़ लोगों के साथ पहले से ही संघर्ष कर रहा है, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी

Manipur Violence : नृशंस हत्या और लूटपाट में शामिल उग्रवादी केरल से गिरफ्तार, एनआईए कोर्ट ने भेजा ट्रांजिट रिमांड पर

ISI एजेंट से अंतरंग संबंध, पाकिस्तान में पार्टी, क्या हवाला में भी शामिल थी गद्दार Jyoti Malhotra, लैपटॉप और मोबाइल से चौंकाने वाले खुलासे

संभल जामा मस्जिद मामले में मुस्लिम पक्ष को तगड़ा झटका

सभी देखें

नवीनतम

आसिम मुनीर को बनाया फील्ड मार्शल, पाकिस्तानी सरकार ने दिया कट्‍टरपंथी जनरल को इनाम

Airtel और Google की partnership से ग्राहकों फायदा, Free मिलेगी यह सुविधा

गाजा में ताजा इजराइली हमले में 60 लोगों की मौत, अब तक 300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किसानों को प्रत्यक्ष सब्सिडी देने की फिर से की वकालत

CM पुष्कर धामी का बड़ा फैसला, उत्तराखंड के मदरसों के पाठयक्रम में शामिल होगा ऑपरेशन सिंदूर

अगला लेख