पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री 'भारतरत्न' अटलबिहारी वाजपेयी के निधन से दु:ख में डूबा हुआ और पाकिस्तान अपनी ओछी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान ने अपनी हरकत से एक बार फिर साबित किया है कि उसे भारत की भावनाओं की कोई कद्र नहीं है।
टीवी समाचार चैनल एबीपी न्यूज के मुताबिक भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अटलबिहारी वाजपेयी के अंत्येष्टि के मौके पर पाकिस्तान ने जो प्रतिनिधिमंडल भेजा, उसमें 26/11 मुंबई हमले के आरोपी का सौतेला भाई शामिल था।
पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल में मुंबई हमले के आरोपी डेविड हेडली का भाई दानयाल गिलानी शामिल था। पाकिस्तान ने इस प्रतिनिधिमंडल में दानयाल गिलानी को भेजा। दानयाल गिलानी डेविड हेडली का सौतेला भाई है। डेविड हेडली इस समय अमेरिका की जेल में बंद है। डेविड हेडली मुंबई हमले का साजिशकर्ता था। डेविड और दानयाल के पिता एक ही हैं जबकि मां अलग-अलग हैं।
दानयाल पाकिस्तान की सिविल सेवा में अधिकारी है। दानयाल गिलानी ने यह स्वीकार किया था कि डेविड हेडली उसका सौतेला भाई है। कांग्रेस ने इस मामले पर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि क्या सरकार के पास पाकिस्तान से आने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों के नाम पहले से नहीं थे?
पाकिस्तान की यह हरकत इमरान खान की नई सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करती है। इमरान खान के प्रधानमंत्री पद शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोतसिंह सिद्धू को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के राष्ट्रपति मसूद खान के पास बैठाया गया। पाकिस्तान की यह हकरत उसके नापाक इरादों को दर्शाती है। सिद्धू के पाकिस्तान आर्मी के चीफ बाजवा के गले मिलने से भी बड़ा बवाल मचा था।