अरुणाचल प्रदेश में शुक्रवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.3 मापी गई।
भूंकप सुबह 6.56 पर पागिन के उत्तर में आया। भूकंप से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
क्यों आते है भूकंप : दरअसल, धरती के अंदर 7प्लेट्स होती हैं जो घुमती रहती है। इसे अंग्रेजी में प्लेट टैक्टॉनिकक और हिंदी में प्लेट विवर्तनिकी कहते हैं। जहां पर ये प्लेट्स टकाराती हैं, वहां जोन फॉल्ट लाइन फॉल्ट होता है। जब बार- बार प्लेट्स टकाराती है तो कोने मुड़ने लगते हैं। और ज्यादा दबाव बनने पर प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में धरती से ऊर्जा बाहर आने की कोशिश करती है, जिससे रफ्तार बिगड़ती है। और भूकंप की स्थिति पैदा होती है।
कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता और क्या है तरीका : भूकंप की जांच जिस स्केल से होती है उसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट कहा जाता है। भूकंप की तीव्रता 1 से 9 के आधार तक मापा जाता है। भूकंप को इसके सेंटर से मापा जाता है। जिसे एपीसेंटर कहते हैं। भूंकप के दौरान धरती के अंदर से निकलने वाली ऊर्जा कितनी तीव्र होती है, उसे एपीसेंटर से मापा जाता है और भूकंप के खतरे का अंदाजा लगाया जाता है।