नई दिल्ली। भारत में एक बार फिर बढ़ते कोरोनावायरस (Coronavirus) मामलों के बीच राजधानी दिल्ली में शिक्षा निदेशालय ने निजी स्कूलों के एडवाइजरी जारी की है। इसके साथ ही स्कूलों को ऐहतियाती उपाय करने के भी निर्देश दिए हैं।
दिल्ली के निजी और अनुदान प्राप्त स्कूलों को शिक्षा निदेशालय ने निर्देश दिए हैं कि देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण बढ़ने के मद्देनजर सभी ऐहतियाती उपायों का पालन करें। शिक्षा उपनिदेशक योगेश पाल सिंह की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि यदि स्कूल की जानकारी में कोई कोरोना केस सामने आता है तो उसकी तत्काल सूचना शिक्षा निदेशालय को दी जानी चाहिए। इसमें कहा गया कि कोरोना केस आने पर संबंधित स्कूल या विंग को बंद करना पड़ेगा।
ऐहतियाती उपायों के संदर्भ में पत्र में कहा गया है कि स्कूल के सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों मास्क पहनना चाहिए, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, नियमित रूप से हाथ धोना और सेनेटाइजर का प्रयोग और कोरोना की रोकथाम के लिए विद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियों और स्कूल आने वाले पेरेंट्स को जागरूक करें।
घबराने की बात नहीं : इससे पहले दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना के मामलों में मामूली बढ़ोतरी हुई है, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या नहीं बढ़ी है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सभी को सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना के साथ जीना सीखना होगा। हम लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे कुछ स्कूलों से पिछले दिनों रिपोर्ट मिली कि कई अभिभावकों ने अपने बच्चों के पॉजिटिव होने की जानकारी दी है।
शिक्षक और छात्र मिले थे पॉजिटिव : मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भी कहा था कि उनकी सरकार की कोरोना संक्रमण की स्थिति पर नजर है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को साउथ दिल्ली के एक प्राइवेट स्कूल में एक शिक्षक और एक विद्यार्थी के पॉजिटिव होने की खबर आई थी। इसके बाद क्लास के बाकी छात्रों को घर भेज दिया गया था। 1 अप्रैल से स्कूलों ने पूरी तरह से ऑफलाइन क्लास चलाना शुरू किया था।