नई दिल्ली। देश की राजधानी में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों से चिंताएं फिर बढ़ने लगी हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी की गई है। दिल्ली में गुरुवार को कोरोनावायरस संक्रमण के 325 नए मामले सामने आए। राहत की बात यह रही कि महामारी से किसी की मौत नहीं हुई। इसके साथ ही संक्रमण की दर 2.39 प्रतिशत दर्ज की गई।
शहर के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई। राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण की दर एक सप्ताह के भीतर बढ़कर 2.39 प्रतिशत हो गई है।
डॉक्टरों ने मंगलवार को कहा कि संक्रमण की दर बढ़ने से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि संक्रमण के दैनिक मामले बहुत कम हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सोमवार को 137 मामले सामने आए थे।
स्कूलों के लिए जारी हुई नई गाइडलाइन : दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों के लिए कोविड-19 से संबंधित एक नया परामर्श जारी कर उन्हें निर्देश दिया है कि यदि किसी छात्र या कर्मचारी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होती है तो समूचे परिसर को या खास हिस्से को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाए।
शिक्षा निदेशालय ने यह भी कहा कि छात्रों और कर्मचारियों को मास्क पहनना चाहिए तथा यथासंभव आपस में दूरी बनाये रखनी चाहिए। दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कुछ छात्रों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबरों के बीच 13 अप्रैल को यह परामर्श जारी किया गया।
परामर्श में कहा गया है कि यदि स्कूल प्रशासन को कोविड के किसी नये मामले का पता चलता है या जानकारी दी जाती है तो इससे शिक्षा निदेशालय को तुरंत अवगत कराया जाए और स्कूल के संबद्ध हिस्से को या समूचे स्कूल को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाना चाहिए।
परामर्श में सूचीबद्ध किये गये अन्य उपायों में छात्रों, शिक्षकों और स्कूल के अन्य कर्मचारियों द्वारा मास्क पहनना तथा आपस में यथासंभव दूरी बनाये रखना शामिल है।
परामर्श में, नियमित रूप से हाथ धोने और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने तथा कोविड की रोकथाम के बारे में छात्रों, शिक्षकों एवं अन्य सहायक कर्मचारियों और आगंतुक अभिभावकों के बीच जागरूकता पैदा करने की सलाह दी गई है।