Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

गाजियाबाद हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत, ठेकेदार और नगर पालिका अफसरों पर FIR

हमें फॉलो करें गाजियाबाद हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत, ठेकेदार और नगर पालिका अफसरों पर FIR
, सोमवार, 4 जनवरी 2021 (08:31 IST)
गाजियाबाद (उत्‍तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में रविवार को एक श्मशान घाट पर छत ढह जाने से 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 अन्य घायल हो गए। पीड़ितों में करीब सभी लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि जब छत ढही, तो बारिश से बचने के लिए कई लोग इमारत के नीचे खड़े थे जिसे हाल ही में बनाया गया था। इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई, वे सभी पुरुष और जयराम के रिश्तेदार या पड़ोसी थे, जिनका उस वक्त वहां अंतिम संस्कार किया जा रहा था। बचावकर्मी यह सुनिश्चित करने के लिए घंटों तक मलबा हटाते रहे कि कहीं कोई और उसमें न फंसा हो।

यह हादसा मुरादनगर के उखलारसी में हुआ और इस घटना के बाद श्मशान घाट पर सबसे पहले स्थानीय लोग पहुंचे। उसके बाद पुलिस पहुंची और फिर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की इकाई पहुंची। सभी मलबे से मृतकों एवं घायलों को निकालने में जुट गए।

जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने कहा, इस घटना में 25 लोगों की मौत हो गई जबकि 17 अन्य घायल हो गए। शाम तक उनमें से कम से कम 18 की पहचान कर ली गई। मारे गए लोगों में उत्तर प्रदेश के मेरठ के जयवीर सिंह (50) भी थे जो अपने भाई के ससुर के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे।

जयवीर के एक अन्य रिश्तेदार ने कहा, यह शेल्टर अभी एक-दो महीने पहले ही बना था। पहली बारिश के बाद ही यह ढह गया। ठेकेदार को तत्काल सलाखों के पीछे डाला जाना चाहिए। शाम को ठेकेदार अजय त्यागी, नगर पालिका की कार्यकारी अधिकारी निहारिका सिंह, कनिष्ठ अभियंता चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष पर एक मृतक के बेटे की शिकायत पर भादंसं की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया।

इस हादसे में दिल्ली के अरविंद कुमार की भी मौत हो गई। उसके बड़े भाई राकेश कुमार ने कहा, हमारे लिए सब खत्म हो गया। मैंने अपने भाई को उसके मोबाइल पर फोन किया। किसी अन्य ने फोन उठाया और मुझे छत ढह जाने की सूचना दी। मैं घटनास्थल पर पहुंचा। मलबे से उसका शव निकालने में दो घंटे लगे। हमने उसे अस्पताल पहुंचाया लेकिन उसे शीघ्र ही मृत घोषित कर दिया गया।

इस घटना में घायल हो गए उधम सिंह (25) ने कहा, मैं पहले 20 मिनट तक बेहोश हो गया था। जब मुझे होश आया तब मैंने देखा कि मेरे दोस्त मुझे मलबे से निकाल रहे हैं। मुझे दर्द हो रहा है लेकिन आशा है कि मैं शीघ्र ठीक हो जाऊंगा।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख प्रकट किया।

मोदी ने ट्वीट किया, उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।योगी ने मृतकों के परिवारों के लिए दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने मेरठ के संभागीय आयुक्त और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (क्षेत्र) को इस घटना के बारे में रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है। केंद्रीय मंत्री और गाजियाबाद के सांसद वीके सिंह तथा पुलिस एवं नागरिक प्रशासन के अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया।

इस मामले में मुरादनगर थाने में नगर पालिका EO निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष, ठेकेदार अजय त्यागी अन्य अज्ञात साथियों पर आईपीसी की धारा 304, 337, 338, 427, 409 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।(भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Live : केंद्र और किसान के बीच आज होगी 8वें दौर की वार्ता, कृषि कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हैं किसान