नई दिल्ली। साबरकांठा जिले में ठाकोर समाज की 14 वर्षीय एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के बाद गुजरात में उत्तर भारतीयों के खिलाफ भड़की हिंसा का मामला और गरमा गया है। इस मामले में कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर का नाम आने से कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
गौरतलब है कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों पर धमकी देने के आरोप जिस ठाकोर सेना पर लग रहे हैं, उसके मुखिया कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर ही हैं। जो कांग्रेस अभी तक गुजरात सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर इस मुद्दे को लेकर आक्रामक रुख अपना रही थी अब स्वयं बचाव की मुद्रा में आ गई है।
सोमवार को गांधीनगर पुलिस ने कांग्रेस के नेता महोत ठाकोर को गिरफ्तार किया है, जो कि ठाकोर सेना के सदस्य भी हैं। दरअसल, महोत और चार अन्य लोगों को धमकी भरा एक वीडियो वायरल होने के बाद गिरफ्तार किया गया है। इस वीडियो में ये लोग यूपी, बिहार के लोगों को गांव छोड़ने की धमकी देते दिखाई दे रहे हैं।
इससे पहले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी अल्पेश पर परोक्ष हमला करते हुए कहा था कि जब मुझ पर एक मामले में राजद्रोह का मुकदमा दर्ज हो सकता है तो अल्पेश ठाकोर पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। इतना ही नहीं कांग्रेस के समर्थन से विधायक बने दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने भी कहा है कि अगर हिंसा के पीछे अल्पेश का हाथ है तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
अल्पेश की सफाई : इस बीच, अल्पेश ठाकोर ने एक ट्वीट कर अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि गुजरात जितना मेरा है उतना ही आपका भी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं किसी भी तरह की हिंसा की निंदा करता हूं। यदि मैंने किसी को धमकी दी है तो मैं जेल जाने को तैयार हूं।
ट्विटर पर लोगों ने निशाना साधा : यह घटना सामने आने के बाद ट्विटर पर लोगों ने अल्पेश को जमकर आड़े हाथों लिया। कौशल मिश्रा नामक एक व्यक्ति ने लिखा कि यह सब इसी का कराधरा है। अब जब बात हाई लेवल पर पहुंच गई तब यह नाटक कर रहा है। इसे जेल जाना चाहिए। एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि कांग्रेस की तो पुरानी नीति रही है कि लोगों को बांटो और राज्य करो।