गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमलों और पलायन से देशभर में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। साबरकांठा में बलात्कार की एक घटना के बाद गुजरात में रह रहे उत्तरप्रदेश और बिहार, मध्यप्रदेश के लोगों पर हमले की घटनाएं सामने आई हैं। खबरों के मुताबिक हिंसा की 56 घटनाएं सामने आई हैं।
खौफजदा उत्तर भारतीय लोग गुजरात से पलायन कर रहे हैं। गुजरात में रहने वाले प्रवासियों पर किए गए हमलों को लेकर पुलिस ने 35 प्राथमिकियां दर्ज की हैं और लगभग 450 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
20 हजार लोगों के पलायन का दावा : उत्तर भारतीय विकास परिषद के अध्यक्ष महेश सिंह कुशवाहा ने दावा किया है कि पिछले एक हफ्ते में गुजरात से करीब 20,000 उत्तर भारतीयों ने पलायन किया है। पलायन को लेकर बिहार के खगरिया में सांसद पप्पू यादव ने मार्च भी निकाला और इन हमलों की निंदा की है।
आठ जिलों में फैली नफरत की आग : खबरों के मुताबिक साबरकांठा, महेसाणा, अहमदाबाद, अरावली, सुरेन्द्रनगर, गांधीनगर, वड़ोदरा और आणंद में हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। आणंद में अमूल के प्लांट के श्रमिकों पर हमला किया गया। इसमें सात लोगों के घायल होने की खबरें हैं।
48 घंटों में नहीं हुई कोई घटना : गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने दावा किया था कि पिछले 48 घंटों में कोई भी घटना नहीं हुई है। लेकिन मुख्यमंत्री का यह दावा उस खबर से फेल हुआ है कि अहमदाबाद में करीब 47 उत्तर भारतीयों को बंधक बना लिया गया है। रुपाणी राजकोट में कहा कि हम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और परेशानी की स्थिति में लोग पुलिस को बुला सकते हैं। हम उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएंगे।
योगी और नीतीश ने की रुपाणी से बात : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुजरात मुख्यमंत्री से बात की और सुरक्षा का हाल-चाल लिया। दोनों मुख्यमंत्री ने कहा कि विजय रुपाणी ने उन्हें इस तरह की घटनाओं पर कड़े एक्शन लेने का भरोसा दिया है।
सोशल मीडिया पर सामने आया वीडियो : सोमवार शाम को ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया। इसमें कुछ लोग उत्तर भारतीयों को निशाना बना रहे है। प्रशासन की तरफ से हमला करने वाले लोगों पर कार्रवाई भी जारी है। गुजरात के गृहमंत्री प्रदीप जडेजा ने कहा कि अभी तक करीब 450 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और शिकायतों का तुरंत हल निकाला जा रहा है।
धमकियों के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा : बस्तियों व सोसायटियों में अन्य प्रदेशों के लोगों को गुजरात छोडने की धमकी तथा औद्योगिक इकाइयों में काम कर रहे श्रमिकों को अपने प्रदेश चले जाने की धमकी के बाद बड़े पैमाने पर औद्योगिक इकाइयों को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई है।
एसआरपी के जवान भी संवेदनशील इलाकों में तैनात किए गए हैं। असामाजिक तत्व रात को फैक्टरियों में सो रहे मजदूरों को धमकाते वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है। पुलिस ऐसी बस्तियों व फैक्टरियों पर रात भी पहरा दे रही है, वहीं फील्ड ऑफिसरों के मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक करेंगे।
राहुल ने कहा बेरोजगारी असल कारण : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात की इस घटना पर ट्वीट किया है कि गुजरात में हो रही हिंसा की असली जड़ वहां के बंद पड़े कारखाने और बेरोजगारी है। व्यवस्था और अर्थव्यवस्था दोनों चरमरा रही है। प्रवासी श्रमिकों को इसका निशाना बनाना पूरी तरह गलत है।
क्यों हो रहे हैं हमले : गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 माह की बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद गैर-गुजरातियों पर हमले शुरू हो गए थे। इसके बाद कई क्षेत्रों से यूपी-बिहार के लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है।