नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि यह अहंकार से भरी हुई ऐसी सरकार है जिसमें सहिष्णुता और सहनशीलता बिल्कुल नहीं है। हालांकि सरकार ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उसका मूल मंत्र सबका साथ और सबका विकास है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में बुधवार को भी चर्चा हुई। चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस के अहमद पटेल ने आरोप लगाया कि यह अहंकार से भरी हुई ऐसी सरकार है जिसमें सहिष्णुता और सहनशीलता बिल्कुल नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके खिलाफ बोलने वाले लोगों को ईडी, आयकर, सीबीआई आदि से डराया जा रहा है। लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते समय भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने स्थिति का गुलाबी चित्रण किया लेकिन वास्तविक स्थिति ऐसी नहीं है। लोगों में असुरक्षा की भावना, राष्ट्रीय सुरक्षा से लेकर संवैधानिक संस्थाओं की स्थिति ठीक नहीं है।
पटेल ने शिवसेना, तेदेपा और शिरोमणि अकाली दल का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा के सहयोगी ही अविश्वास व्यक्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का आरोप है कि संप्रग सरकार गड्ढे छोड़कर गई है और वह उसे भरने में लगी है। उन्होंने कहा कि वास्तविकता इससे उलट है और भाजपा की सरकार खाई बनाती है तथा कांग्रेस उसे भरती है।
पटेल ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने अपने भाषण में विभिन्न चुनावों में अपनी जीत का जिक्र किया। लेकिन गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। लेकिन यह सब जानते हैं कि वहां किस प्रकार और किसके सहारे सरकार बनाई गई।
उन्होंने कहा कि केंद्र की इस सरकार के सत्ता में आने के बाद जितने भी उपचुनाव हुए हैं, उनमें एक ही बार भाजपा को जीत मिली, अन्य सीटों पर कांग्रेस या उसके सहयोगी दलों को जीत मिली। उन्होंने कहा कि सरकार लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने की बात तो करती है लेकिन एक बार में हिमाचल प्रदेश और गुजरात दो राज्यों में एक साथ विधानसभा का चुनाव भी नहीं करा पाई।
गुजरात के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए पटेल ने कहा कि भाजपा 150 सीटों पर जीत का दावा कर रही थी लेकिन उनकी सीटें घटकर 99 रह गई। ग्रामीण क्षेत्रों में तो भाजपा की करारी हार हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के पास सिर्फ एक ही मंत्र है, वह है कांग्रेस तथा गांधी परिवार को गाली देना।
पटेल ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार भ्रष्टाचार के मामले में अपने को पाक-साफ बनाती है लेकिन आरटीआई को कमजोर कर रही है। आयोग में बड़ी संख्या में रिक्तियां हैं। उन्होंने सवाल किया कि सरकार लोकपाल क्यों नहीं ला रही है?
उज्ज्वला योजना के बारे में पटेल ने कहा कि इसके तहत सिर्फ कनेक्शन दिए गए। इस योजना को नाकाम करार देते हुए उन्होंने कहा कि यह बताना चाहिए कि कितने सिलेंडर दिए गए और कितने कनेक्शन चालू हैं।
पटेल ने परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पर भी निशाना साधा और कहा कि मंत्रालय की ओर से बड़ी बड़ी बातें की गईं तथा बड़े बड़े दावे किए गए लेकिन हकीकत कुछ और ही है। उन्होंने फसल बीमा योजना की भी आलोचना की और कहा कि इससे सिर्फ बीमा कंपनियों को फायदा हुआ है। (भाषा)