भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस से इस्तीफे की खबर सामने आई। इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेताओं ने सिंधिया पर बड़ा हमला किया।
कांग्रेस के कई नेताओं ने सिंधिया को 'गद्दार' कहा। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने लिखा- 'एक इतिहास बना था 1857 में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की मौत से, फिर एक इतिहास बना था 1967 में संविद सरकार से और आज फिर एक इतिहास बन रहा है... - तीनों में यह कहा गया है कि हाँ हम है...'
कांग्रेस के नेशनल कोआर्डिनेटर डिजिटल कम्यूनिकेशन गौरव पांधी ने लिखा- 'गद्दार , गद्दार ही रहेगा और कोई भी तर्क विश्वासघात को सही नहीं ठहरा सकता है। समय!'
माना जा रहा है कि सिंधिया अपने समर्थकों के साथ शाम तक भाजपा में शामिल हो जाएंगे। सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ जाएगी। विधानसभा के मौजूदा सियासी समीकरण को देखे तो विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 114 है जबकि उसका निर्दलीय और बसपा और सपा के साथ 7 विधायकों का समर्थन मिला हुआ है।
विधानसभा में भाजपा के विधायकों की संख्या 107 है। ऐसे में अगर कांग्रेस में सिंधिया समर्थक अपना इस्तीफा देंगे कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी और उसको अपना बहुमत साबित करना होगा।