भोपाल। मध्य प्रदेश में बीजेपी ने अपने 'बल्लामार' विधायक आकाश विजयवर्गीय पर पीएम मोदी की नाराजगी के बाद जिस तरह कार्रवाई में हीलाहवाली बरती उसका लाभ पार्टी के उन बिगड़ैल नेताओं को भी मिल गया जो भाजपा विधायक का अनुसरण करते हुए दिखाई दिए थे।
पार्टी ने भारी दबाव के बाद भले ही आकाश विजयवर्गीय को कारण बताओ नोटिस दे दिया हो, लेकिन पार्टी अब तक दमोह के बैटमैन नेता विवेक अग्रवाल और सतना में नगर पंचायत अध्यक्ष राम सुशील पटेल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है, जिन्होंने दिनदहाड़े नगर पंचायत सीईओ पर जानलेवा हमला कर दिया था।
राजनीति में शुचिता की बात करने वाली पार्टी के अपने इन बिगड़ैल नेताओं पर कड़ी कार्रवाई नहीं किए जाने का सबसे बड़ा कारण 'बल्लामार' विधायक के खिलाफ अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर पाना आड़े आ रहा है। ऐसा नहीं है कि आकाश विजयवर्गीय के मामले में पार्टी के प्रदेश संगठन ने जो लचर रवैया अपनाया उसके खिलाफ पार्टी के भीतर और बाहर सवाल नहीं उठ रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के समय अपने एक बयान के लिए पार्टी से निलंबित किए गए पूर्व प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनिल सौमित्र ने तो सार्वजनिक तौर पर अपना दर्द जाहिर करते हुए कहा कि पार्टी कार्रवाई में दोहरे मापदंड अपनाती है। वहीं पार्टी के नेता अब तक आकाश सहित अपने बिगड़ैल नेताओं के खिलाफ कुछ भी कहने से बच रहे हैं।