नई दिल्ली। भारत में ब्राजील के राजदूत एंड्रे अरान्हा कोरिया डो लागो ने गुरुवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और कश्मीर में हालात भारत के आंतरिक मुद्दे हैं तथा गतिशील लोकतंत्र वाला देश इन चुनौतियों का समाधान तलाश लेगा। ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो पिछले वर्ष जनवरी में सत्ता में आने के बाद भारत के अपने पहले दौरे पर आने वाले हैं। इसके एक दिन पहले ब्राजील के राजदूत ने यह बात कही।
लागो ने एक साक्षात्कार में कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति के दौरे के दौरान 15 से अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे। इनमें से एक निवेश संरक्षण संबंधी समझौता भी होगा। उन्होंने कहा, ये (संशोधित नागरिकता कानून और कश्मीर में हालात) भारत के 2 आंतरिक मामले हैं, जिनमें हमें भी गहरी दिलचस्पी है। भारत सरकार संभवत: चर्चा में इन्हें भी शामिल करेगी, लेकिन हम इन्हें स्पष्ट रूप से भारत का आंतरिक विषय मानते हैं।
लागो ने आगे कहा, प्रतिष्ठित संस्थानों और नागरिक संस्थाओं के साथ भारत का लोकतंत्र गतिशील है, हम जानते हैं कि इस खुले समाज के साथ आप चर्चा करेंगे और इन चुनौतियों के समाधान के साथ आगे बढ़ेंगे। उनसे पूछा गया था कि क्या बातचीत में सीएए और कश्मीर मुद्दे पर चर्चा हो सकती है।
ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो शुक्रवार को भारत के 4 दिवसीय दौरे पर आएंगे। वे गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। वार्ता में ऐसे वक्त पर कारोबारी संबंध बढ़ाने के तरीके खोजे जाएंगे जब दोनों बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में नरमी के हालात हैं।
शनिवार को वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से अलग-अलग बात करेंगे। बोलसोनारो के साथ 7 मंत्री, शीर्ष अधिकारी और एक बड़ा कारोबारी प्रतिनिधिमंडल भी आएगा।
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