नई दिल्ली। वाराणसी, कानपुर और अन्य स्थानों पर बढ़ रहे सांप्रदायिक तनाव के बीच सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि वह सभी धर्मों का आदर करती है और वह किसी भी धर्म या उसे मानने वाले को अपमानित करने के विरुद्ध है।
भाजपा के महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि पार्टी समर्थकों को भी हिदायत दी गई है कि वे सभी मजहब और संप्रदायों का आदर करें और किसी भी अन्य धर्म एवं उसके अनुयायियों को अपमानित करने या नीचा दिखाने की कोशिश नहीं करें।
भारत की हजारों वर्षों के इतिहास में यहां हर धर्म फूला फला है। भारतीय जनता पार्टी हर धर्म का आदर करती है। भारतीय जनता पार्टी किसी भी धर्म और उस धर्म के किसी भी व्यक्ति की अपमान, तिरस्कार की कठोर निंदा करती है।
भाजपा ऐसी किसी भी विचारधारा का कड़ा विरोध करती है जो किसी अन्य धर्म या संप्रदाय को अपमानित करती है या नीचा दिखाती है। भाजपा किसी ऐसे दर्शन या व्यक्ति को कतई प्रोत्साहन नहीं देती है। भाजपा ने कहा कि भारत के संविधान में प्रत्येक नागरिक को अपनी इच्छा से कोई भी धर्म का पालन करने और हर धर्म का आदर करने का अधिकार दिया गया है।
आज जब भारत अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है तब हम एक ऐसे महान भारत को बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां सभी नागरिक बराबर हों और प्रत्येक नागरिक को गरिमा के साथ जीने का अधिकार हो। जहां सभी नागरिक भारत की एकता और अखंडता के प्रति कृतसंकल्प हों तथा वे भारत की प्रगति के लाभों का आनंद उठा सकें। भाजपा ने इसके माध्यम से देश-विदेश में राजनीतिक आलोचनाओं को भी शांत करने का प्रयास किया है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने भी हाल ही में काशी विश्वनाथ मंदिर ज्ञानवापी विवाद को लेकर बयान दिया था जिसमें उन्होंने भारतीय मुसलमानों को हिन्दू पूर्वजों का वंशज बताया था और सैकड़ों वर्षों पहले मुस्लिम हमलावरों के द्वारा मंदिरों के ध्वंस के लिए उन्हें जिम्मेदार मानने से मना किया था।(वार्ता)