नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में सोमवार शाम यहां पार्टी शासित मुख्यमंत्रियों एवं उपमुख्यमंत्रियों की बैठक होगी जिसमें राज्य सरकारों के कामकाज की समीक्षा करने के साथ-साथ उन्हें 2019 के लोकसभा चुनावों में 350 से अधिक सीटें जीतने की रणनीति पर काम करने के सूत्र बताए जाएंगे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में शाम 6 बजे भाजपा मुख्यालय में यह बैठक होगी जिसमें भाजपा शासित 13 राज्यों के मुख्यमंत्री तथा जम्मू-कश्मीर एवं बिहार सहित 5 राज्यों के उपमुख्यमंत्री शामिल होंगे। बैठक में केंद्र सरकार की योजनाओं की ग्राउंड रिपोर्ट पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही आने वाले विधानसभा चुनावों और साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर विचार किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह भाजपा अध्यक्ष ने चुनींदा केंद्रीय मंत्रियों से भेंट की थी और उन्हें भाजपा के वर्ष 2019 के मिशन 350 के लिए विभिन्न राज्यों में काम करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
भाजपा ने 2014 के चुनावों में 282 सीटें जीतीं थीं और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 334 सीटें मिलीं थीं। अब पार्टी ने अगले लोकसभा चुनाव में 350 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है और पार्टी नेताओं से इसके लिए कटिबद्ध हो जाने का आह्वान किया गया है।
शाह ने लोकसभा की उन 150 सीटों पर खास मेहनत करने की रणनीति तय की है, जहां 2014 में पार्टी दूसरे नंबर पर रही थी। बुधवार को केंद्रीय मंत्रियों की बैठक में इन सीटों को लेकर एक प्रजेंटेशन दिया गया था और मंत्रियों से कहा गया था कि इन सीटों पर विशेष रूप से ध्यान देकर अगले 2 साल मेहनत करनी होगी।
भाजपा अध्यक्ष इन दिनों अलग-अलग राज्यों में दौरे कर रहे हैं और दीनदयाल पार्टी विस्तार योजना पर खुद जमीन पर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उन्हें प्रोत्साहित करके बूथ स्तर का संगठन भी मजबूत करने में जुटे हैं। शाह 2014 के चुनाव के दौरान उत्तरप्रदेश के प्रभारी महासचिव थे जिसकी बदौलत पार्टी को राज्य में 80 में से 73 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
इसके बाद शाह को भाजपा अध्यक्ष बनाया गया। मोदी के विश्वस्त शाह ने भाजपा को ऐसी ऊंचाई पर पहुंचा दिया है जिसकी 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
शाह की अध्यक्षता में पार्टी का तेजी से विस्तार हुआ है और उसने गोवा, मणिपुर तथा अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में बहुमत न होने के बावजूद राजनीतिक गुणा-भाग से सत्ता हासिल कर ली। आज देश के 13 राज्यों में भाजपा की सरकार है, वहीं 5 अन्य में वह सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा है। (वार्ता)