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जान लेने के मकसद से किया 800-1000 लोगों ने Attack, ED का हमले के बाद बयान

ममता सरकार पर साधा निशाना

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

कोलकाता , शुक्रवार, 5 जनवरी 2024 (23:51 IST)
  • बोस बोले, बर्बरता और गुंडागर्दी रोकना एक सभ्य सरकार का कर्तव्य
  • पश्चिम बंगाल कोई 'बनाना रिपब्लिक' नहीं
  • तृणमूल कांग्रेस सरकार को सख्त संदेश
Condemnation of attack on ED officers : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के 24 परगना (24 Parganas) जिले में शुक्रवार को इसकी छापेमारी के दौरान 800-1000 लोगों की एक भीड़ के द्वारा जाने लेने के उद्देश्य से हमला किया गया। इससे अधिकारियों (officers) को गंभीर चोटें आईं और मोबाइल फोन एवं बटुआ जैसी उनकी वस्तुओं को लूट लिया गया।
 
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस (Dr. C.V. Anand Bose) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक नेता के समर्थकों द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों पर किए गए हमले की निंदा की। हमले को लेकर ईडी ने कहा कि 800-1000 लोगों ने जान लेने के मकसद से हमला किया था।
 
बोस ने संदेशखाली में कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने में विफल रहने के लिए राज्य सरकार पर निशाना साधा जहां ईडी अधिकारियों और केंद्रीय सुरक्षा बलों के कर्मियों पर उस समय हमला किया गया जब वे राशन वितरण घोटाले के संबंध में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के आवास पर छापा मारने जा रहे थे।
 
तृणमूल कांग्रेस सरकार को सख्त संदेश : तृणमूल कांग्रेस सरकार को एक सख्त संदेश देते हुए बोस ने कहा कि एक राज्यपाल के रूप में, मैं उचित तरीके से उचित कार्रवाई के लिए अपने सभी संवैधानिक विकल्प तलाश रहा हूं। बोस ने राजभवन से जारी एक ऑडियो संदेश में कहा कि संदेशखाली में हुई भयावह घटना चिंताजनक और निंदनीय है। लोकतंत्र में बर्बरता और गुंडागर्दी को रोकना एक सभ्य सरकार का कर्तव्य है।
 
पश्चिम बंगाल कोई 'बनाना रिपब्लिक' नहीं : उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल कोई 'बनाना रिपब्लिक' नहीं है और 'जंगल राज और गुंडा राज' नहीं चलेगा। राज्यपाल ने कहा कि सरकार को अपनी आंखें खोलनी चाहिए और वास्तविकता को देखना चाहिए और प्रभावी ढंग से कार्य करना चाहिए या परिणाम भुगतने चाहिए। उन्होंने कहा कि आसपास अराजकता न देखने का दिखावा करने वाली पुलिस का शुतुरमुर्ग जैसा रवैया खत्म होना चाहिए... यह चुनाव पूर्व हिन्सा है, जिसकी शुरुआत हो चुकी है, लेकिन इसका जल्द अंत होना चाहिए।
 
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख शाहजहां के समर्थकों ने शुक्रवार को हमला कर दिया और उनके वाहनों में तोड़फोड़ की। अधिकारी राशन वितरण घोटाले की जांच के संबंध में शाहजहां के उत्तर 24 परगना जिला स्थित आवास पर छापा मारने पहुंचे थे।
 
ED की टीम पर हमले में 3 अधिकारी गंभीर रूप से घायल : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में शुक्रवार को इसकी छापेमारी के दौरान एक भीड़ के हमले में इसके अधिकारियों को गंभीर चोटें आईं और मोबाइल फोन एवं बटुआ जैसी उनकी वस्तुओं को लूट लिया गया।
 
शुक्रवार देर शाम जारी एक आधिकारिक बयान में संघीय एजेंसी ने कहा कि इसने आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए स्थानीय पुलिस में एक शिकायत दी है। ईडी की टीम पर उस वक्त हमला किया गया, जब वे राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में उत्तर 24 परगना स्थित संदेशखली में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शेख शाहजहां के आवास पर तलाशी लेने गई थी।
 
एजेंसी ने कहा कि ईडी अधिकारियों के कर्तव्य निर्वहन करने के दौरान उनपर भीड़ (संदेह है कि शेख और उनके सहयोगियों के उकसावे पर) ने हमला किया। तीन अधिकारियों को गंभीर चोटें आईं, क्योंकि भीड़ जान लेने के मकसद से ईडी अधिकारियों की ओर बढ़ रही थी। ईडी ने बताया कि घायल अधिकारियों का एक अस्पताल में इलाज हो रहा है।
 
संघीय एजेंसी ने कहा कि अन्य अधिकारियों को अपनी जान बचाने के लिए तलाशी लिए बगैर मौके से भागना पड़ा, क्योंकि भीड़ 'बहुत हिन्सक' हो गई थी और यहां तक कि उसने अधिकारियों का पीछा भी किया, ताकि उन्हें अपना आधिकारिक कार्य करने रोक सकें।
 
ईडी अधिकारियों की निजी व सरकारी वस्तुएं भी छीन लीं : इसने कहा कि भीड़ ने ईडी अधिकारियों के मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी, बटुआ आदि जैसी निजी/सरकारी वस्तुएं भी छीन या लूट लीं। एजेंसी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी और आवश्यक कार्रवाई के लिए क्षेत्राधिकार रखने वाले पुलिस थाने में जरूरी शिकायत दी गई।
 
तलाशी टीम जैसे ही शेख के आवास पर पहुंची, दरवाजा अंदर से बंद पाया गया और उन्होंने इसे खोलने इनकार कर दिया। एजेंसी ने कहा कि इसके अधिकारियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों की मदद से दरवाजा खुलवाने की कोशिश की।
 
इसने कहा कि उस वक्त उनके मोबाइल फोन के लोकेशन से यह संकेत मिला कि वे घर के अंदर ही थे। इसके बाद, आधे घंटे के अंदर करीब 800 से 1000 व्यक्तियों की भीड़ ने ईडी की टीम की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। भीड़ में शामिल लोगों के हाथों में लाठी, पत्थर, ईंट आदि थी। उन्होंने ईडी अधिकारियों और सीआरपीएफ कर्मियों को घेर लिया।
 
एजेंसी ने कहा कि अचानक भीड़ ने ईडी अधिकारियों और सीआरपीएफ कर्मियों पर हमला करना शुरू कर दिया, उनपर पथराव किया तथा अधिकारियों और सीआरपीएफ के 27 कर्मियों पर लाठियों से हमला किया। ईडी अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी भी की। ईडी ने कहा कि भीड़ ने अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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