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कई बीवियों के पति, फ्लैटों के मालिक तक हैं भिखारी

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, शुक्रवार, 12 जनवरी 2018 (18:35 IST)
नई दिल्ली। अब से अगर आप किसी को भिखारी कहें तो जान लीजिए कि भिखारी मात्र वे लोग नहीं होते हैं जोकि सभी के आगे हाथ पसारकर मांगते रहते हैं। वास्तव में, देश में ही भिखारियों की कहानियों को सुनकर आपको अहसास हो जाएगा कि भिखारी होना किसी स्टेटस सिंबल से कम नहीं है।   

अपने ही देश में कई ‍भिखारियों की कमाई जानकर आपको उन लोगों से ईर्ष्या हो सकती है जोकि भीख मांग-मांगकर अपनी आजीविका चलाते हैं। इनमें से एक तो ऐसा है जिसकी तीन बीवियां हैं। वहीं मुंबई में एक भिखारी ऐसा भी है जोकि कई फ्लैटों का मालिक है और कहना न होगा कि उसके फ्लैटों में बड़े-बड़े सम्मानित समझे जाने वाले लोग किराए से रहते हैं।  
 
आपने ऐसे व्यवसायों के बारे में सुना होगा जिनसे मदद से लोग दौलतमंद बन गए। लेकिन देश में कुछ लोग ऐसे भी हैं जोकि भीख मांगकर लाखों की सम्पत्तियों के मालिक बन गए। हो सकता है कि यह बात आपको एक मजाक लगे लेकि‍न यह हकीकत है। देश में ऐसे कई भिखारी हैं जो इसी धंधे के चलते लखपति बन गए हैं। 
 
ऐसे ही कुछ स्टार मिखार‍ियों के बारे में हम आपको जानकारी देते हैं जिन्होंने न केवल इस पेशे को अपनाया वरन् इसके चलते खूब फले फूले। झारखंड के छोटू बरई की उम्र करीब 40 साल है। शरीर से द‍िव्यांग छोटू की तीन बीव‍ियां है। भीख मांगने वाला और एक कम्पनी के पर्सनल केयर प्रॉडक्ट्स बेचने वाले छोटू का ऑफ‍िस चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन में है। 
 
छोटू एक महीने में करीब 30 हजार रुपए कमाते हैं तो उनकी तीनों बीव‍ियां भी कमाती हैं और उसे अपनी पूरी कमाई देती हैं। उसके बाद छोटू उन्हें सैलरी देता है। छोटू का कहना है क‍ि उसने शुरू में काफी मेहनत की लेक‍िन पैसा नहीं बचा पाता था। ऐसे में भीख मांगने का रास्ता अपनाया। 
 
इसके बाद से हर द‍िन करीब 1000-1200 रुपए की इनकम होती है ज‍िससे अब वह हर साल करीब 3 से 4 लाख रुपए कमा लेता है। इस सूची में अगला नाम मुंबई के दादर इलाके का मशहूर भिखारी मासू है। मासू घर से ऑटो रिक्शा में अपनी भीख मांगने की जगह आता है। अपनी रोजाना की जगह पर पहुंचकर कपड़े बदलता है और अपने काम पर लग जाता है। 
 
वह हर रोज शाम तक भीख मांगता है फिर कपड़े बदलकर ऑटोरिक्शा पकड़कर अपने घर पहुंच जाता है। मासू भी रोजाना करीब 1500 से 2000 रुपए कमा लेता है। उसका कहना है कि वह करीब 45 साल से भीख मांग रहा है।
 
महाराष्ट्र में सोलापुर के संभाजी काले भिखारी अपने पूरे परिवार के साथ भीख मांगते हैं। संभाजी काले के परिवार में चार सदस्य हैं और सभी यही काम करते हैं। संभाजी काले अकेले एक दिन में करीब 2 हजार रुपए तक की भीख मांग लेते हैं। अब अगर परिवार का हर सदस्य इतना ही कमाता है, तो इनकी रोजाना की आमदनी कितनी होगी। आज इनके अपने कई फ्लैट और मकान हैं।
 
मुंबई के भिखारी भरत जैन का नाम इसमें न ल‍िया जाए तो यह सूची ही बेकार होगी। भरत खुद ही अपनी आमदनी का खुलासा कर चुके हैं। वह हर महीने भीख मांगकर 80 हजार रुपए कमा लेते हैं। हर महीने इतना कमा लेना तो भरत जैन के लिए आम बात है। सिर्फ यही नहीं, उनके पास दो बेडरूम के दो फ्लैट हैं। इसके साथ ही इन्होंने एक दुकान भी खोल रखी है और इससे वह रोज 10 से 12 हजार रुपए कमा लेते हैं।
 
अभी तक आपने लखपति भिखारियों के बारे में जाना है लेकिन पप्पू पटना के सबसे अमीर भिखारी हैं। पप्पू अपने बच्चों की पढाई और पर‍िवार की खुश‍ियों से कोई समझौता नहीं करते हैं। इनका बेटा इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाई करता है। यदि इनकी कमाई की बात करें तो इनके कई बैंको में खाते खुले हैं। 
 
सिर्फ यही नहीं पप्पू के हर बैंक के खाते की पासबुक भी ठीक-ठाक मेनटेन होती है। उसने हर बैंक के एटीएम कार्ड भी बनवा रखे हैं। इनका कहना है क‍ि आज भीख से पर‍िवार की खुश‍ियां बरकरार हैं। इसलिए अगर भव‍िष्य में किसी को भीख मांगते देखें तो उसे हिकारत से भिखारी न कहें, वरन यह समझें कि वह अपनी ही तरह का कारोबारी है। 
 

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