बाबुल के बोल- 2024 में मोदी को चुनौती देंगी ममता, बनेंगी विपक्षी दलों का चेहरा

Webdunia
सोमवार, 20 सितम्बर 2021 (13:09 IST)
कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता बाबुल सुप्रियो ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थामने के 1 दिन बाद रविवार को कहा कि वे चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2024 में देश की प्रधानमंत्री बनें, क्योंकि उनका मानना ​​है कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ही विपक्षी दलों का इकलौता चेहरा हैं, जो देशभर में नरेंद्र मोदी को चुनौती देने में सक्षम हैं।

ALSO READ: BJP छोड़ते ही घटी बाबुल सुप्रियो की सुरक्षा, जेड से घटाकर वाई की गई
 
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के एक दिन बाद मीडिया से कहा कि मैं 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहता हूं, क्योंकि वे निस्संदेह भारत की सबसे लोकप्रिय नेता हैं, जो मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जगह ले सकती हैं। जब 2014 में नरेंद्र मोदी को उम्मीद के रूप में देखा गया था, तो ममता बनर्जी को 2024 के प्रधानमंत्री के लिए क्यों नहीं देखा जा सकता?

ALSO READ: पश्चिम बंगाल में भाजपा को बड़ा झटका, बाबुल सुप्रियो TMC में शामिल
 
सुप्रियो के सोमवार को तृणमूल सुप्रीमो से मिलने और उसके बाद सांसद पद छोड़ने की संभावना है। उन्होंने कहा कि वे अपनी नई पार्टी से खुश हैं और बनर्जी और उनके भतीजे एवं पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी दोनों को अपनी नई पारी शुरू करने और बंगाल के लिए काम करने का मौका देने के लिए धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि बनर्जी लोकतंत्र के लिए लड़ने वाली विपक्षी ताकतों का मुख्य स्तंभ हैं जिसे केंद्र की सत्ताधारी पार्टी ने भी स्वीकार किया तथा उनसे परामर्श किया और उनके संपर्क में रही। 
 
आसनसोल से 2 बार सांसद रहे सुप्रियो 2014 में चुनाव जीतने के बाद मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बने और उन्हें 2019 के मंत्रालय में फिर से शामिल किया गया लेकिन पिछले मंत्रिमंडलीय फेरबदल में उन्हें मंत्री पद से हटाए जाने तथा पश्चिम बंगाल के 5 अन्य सांसदों को मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने के बाद उनकी राजनीतिक आकांक्षा तुरंत फीकी पड़ गई। इसके बाद जुलाई के आखिर में उन्होंने यह घोषणा करते हुए भाजपा छोड़ दी थी कि वे राजनीति से संन्यास ले रहे हैं।

ALSO READ: पश्चिम बंगाल में भाजपा को बड़ा झटका, बाबुल सुप्रियो TMC में शामिल
 
सुप्रियो ने कहा कि मुझे बताइए कि एक कनिष्ठ मंत्री के पास क्या शक्ति होती है? उन्होंने कहा कि उन्हें भाजपा सरकार में काम करने का अवसर नहीं दिया गया था। इससे पहले दिन में सुप्रियो का ट्विटर पर भाजपा नेता स्वपन दासगुप्ता के साथ वाकयुद्ध हुआ था। दासगुप्ता के इस दावे के जवाब में कि सुप्रियो के 'दलबदल से उनकी अपनी छवि को नुकसान पहुंच सकता है', पूर्व मंत्री ने जवाब दिया कि यह उन 'प्रतिद्वंद्वियों' के बारे में भी सच होना चाहिए, जो भाजपा में शामिल हो गए थे और उन्हें इस साल की शुरुआत में शीर्ष पद दिए गए थे। 
 
उन्होंने कहा कि क्या मैंने दल बदलकर इतिहास रच दिया? खैर, सभी 'प्रतिद्वंद्वी' जो भाजपा में शामिल हुए, उन्हें गले लगाया गया और भाजपा के जमीनी स्तर के 'असली' लड़ाकों की अनदेखी करते हुए उन सभी को शीर्ष पदों पर बैठाया गया, उन्हें छोड़ दिया जाना चाहिए, क्योंकि इन लोगों ने अपनी छवि खराब की और भाजपा की छवि को भी नुकसान पहुंचाया। दासगुप्ता ने अपने ट्वीट में यह भी कहा था कि तृणमूल में शामिल होने के बाद बाबुल सुप्रियो के प्रति भाजपा समर्थकों का गुस्सा और आम लोगों की 'घृणा' 'बहुत वास्तविक' थी। इसके जवाब में बाबुल सुप्रियो ने कहा कि उन्होंने यह मान लिया लेकिन उनका गुस्सा भी 'असली' है।(वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

1000km दूर बैठा दुश्मन पलक झपकते तबाह, चीन-पाकिस्तान भी कांपेंगे, लैंड अटैक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण

उद्धव ठाकरे की 2 दिन में 2 बार चेकिंग से गर्माई महाराष्ट्र की सियासत, EC ने कहा- शाह और नड्डा की भी हुई जांच

महाराष्ट्र में विपक्ष पर बरसे मोदी, कहा अघाड़ी का मतलब भ्रष्टाचार के सबसे बड़े खिलाड़ी

Ayushman Card : 70 साल के व्यक्ति का फ्री इलाज, क्या घर बैठे बनवा सकते हैं आयुष्मान कार्ड, कैसे चेक करें पात्रता

बोले राहुल गांधी, भाजपा ने जितना पैसा अरबपति मित्रों को दिया उससे ज्यादा हम गरीब और किसानों को देंगे

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: झारखंड में मतदान का उत्साह, पहले 2 घंटे में 13 फीसदी वोटिंग

विजयपुर उपचुनाव में वोटिंग शुरू होते ही कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी नजरबंद, कांग्रेस के कई बड़े नेता गिरफ्तार

तेलंगाना में बड़ा रेल हादसा, मालगाड़ी के 11 डिब्बे पटरी से उतरे

Petrol Diesel Prices: पेट्रोल डीजल के नए दाम जारी, जानें क्या हैं आपके नगर में भाव

Weather Update: पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानी भागों में बढ़ी ठंड, दिल्ली एनसीआर में कैसा है मौसम

अगला लेख
More