नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली ने दिल्ली उच्च न्यायालय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर डीडीसीए में अनियमितताओं के आरोपों के संबंध में 'मीडिया में झूठा विवाद पैदा करने' का आरोप लगाया।
केजरीवाल और पांच आप नेताओं के खिलाफ दायर दीवानी मानहानि वाद के संबंध में संयुक्त रजिस्ट्रार पंकज गुप्ता के सामने गवाही देते हुए जेटली ने कहा कि दिल्ली सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ एक जांच एजेंसी द्वारा की गई कार्रवाई के कारण यह मुद्दा उठाया गया।
केजरीवाल के वकील द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि राजनीतिक विरोधी होने के नाते कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल ने संसद में मुद्दा उठाया और मैंने इसका तुरंत खंडन किया।
उन्होंने कहा, 'जानबूझकर झूठ के आधार पर प्रतिवादी (केजरीवाल और अन्य) मेरे खिलाफ मीडिया में झूठा विवाद पैदा करने में सफल रहे। बाद में राजनीतिक विरोधी के सी वेणुगोपाल ने (21 दिसंबर 2015) लोकसभा में मुद्दा उठाया और मैंने इसका तुरंत खंडन किया।'
जेटली ने कहा कि उन्हें लगता है कि संसद में कांग्रेसी सांसद द्वारा लगाए गए आरोप निष्पक्ष प्रकृति के नहीं थे क्योंकि सामग्री आप नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों के समान थे।
जेटली डीडीसीए में 1999 से 2013 तक अध्यक्ष रहते उनके द्वारा वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाने वाले केजरीवाल और पांच आप नेताओं के खिलाफ उनके द्वारा दायर 10 करोड़ रुपए के दीवानी मानहानि वाद में जिरह के छठवें दौर के लिए अदालत में उपस्थित हुए थे। (भाषा)