नई दिल्ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने पुलवामा आतंकवादी हमले को लेकर सोशल मीडिया में चल रहीं फर्जी तस्वीरों और पोस्टों को साझा नहीं करने की अपील की। सीआरपीएफ ने यह भी कहा कि कुछ शरारती तत्व नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उसने कहा कि कश्मीरी छात्रों को प्रताड़ित करने की खबरें गलत हैं।
सीआरपीएफ ने रविवार को ट्विटर पर जारी एक परामर्श कहा कि कुछ उपद्रवी पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों की फर्जी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पर फैला रहे हैं। ऐसी तस्वीरों को साझा या पसंद नहीं किया जाना चाहिए।
सीआरपीएफ ने कहा कि ऐसा ध्यान में आया है कि कुछ उपद्रवी घृणा फैलाने के लिए शहीदों के क्षत-विक्षत अंगों की फर्जी तस्वीरें सोशल मीडिया पर फैलाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन हम एक एकजुट हैं। सीआरपीएफ ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि कश्मीरी छात्रों को प्रताड़ित करने की खबरें पूरी तरह से फर्जी हैं।
ये खबरें कुछ उपद्रवी सोशल मीडिया पर फैला रहे हैं। इनका मकसद केवल घृणा फैलाना है जिन्हें रोका जाना चाहिए। सीआरपीएफ की एडवाजयरी में कहा गया है कि ऐसी तस्वीरें या पोस्ट साझा नहीं की जानी चाहिए। ऐसी तस्वीरें और पोस्ट की सूचना webpro@crpf.gov.in पर दी जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि पिछले गुरुवार को पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे जिसे लेकर देश के 16 राज्यों में हाहाकार मचा हुआ है। पूरा देश इस वक्त बेहद गुस्से में है और सरकार से बदला लेने की मांग कर रहा है। देशभर में कैंडल मार्च निकाले जा रहे हैं। रविवार शाम को दिल्ली के इंडिया गेट पर हजारों लोगों ने मोमबत्ती जलाकर शांतिपूर्ण ढंग से अपना विरोध जताया।