‘एक्जिट द ड्रैगन यानी चीन को भारत से बाहर करो से शुरू हुआ अमूल बनाम चाइना और ट्विटर के बीच की लड़ाई दूसरे दिन भी जारी रही। इस मामले को लेकर ट्विटर पर तीन हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं’
ट्विटर के एक यूजर नीलेश कुमार ने लिखा,
‘ट्विटर ने अमूल का अकांउट सस्पेंड क्यों किया था। क्या उसे चाइना से ऑर्डर मिला था या वो चाइना को सपोर्ट कर रहा है। अगर यह सही है तो हम भारतीयों को अब ट्विटर का बायकॉट करना चाहिए। नहीं?’
ट्विटर पर यह अमूल वर्सेस चाइना के वार की एक बानगी है। दोनों के बीच यह वार आज दूसरे दिन भी जारी रहा। हैशटैग अमूल वर्सेस चाइना और हैशटैग बायकॉट चाइना प्रोडक्ट्स। इन दो ट्रेंड्स के साथ दिनभर यह विवाद छाया रहा। लोग अमूल की तरफ से ट्वीट और री-ट्वीट कर के जमकर चाइना की आलोचना करते रहे और चाइनीज प्रोडक्ट्स के बायकॉट की अपील करते रहे लोगों से।
सोशल मीडिया पर यह बहस कल यानी 6 जून को शुरू हुई थी।
दरअसल अमूल ने चाईना मिलिट्री का संदर्भ देते हुए एक क्रिएटिव पोस्ट किया था- एक पोस्टर बनाया और उस पर लिखा था ‘एग्जिट द ड्रैगन’। इसके साथ ही इस क्रिएटिव कैप्शन में अमूल ने कैंपन चलाते हुए लिखा था- About the boycott of Chinese products…
यानी अमूल ने अपने अंदाज में चीनी उत्पादों के बायकॉट की बात कही थी।
अमूल टॉपिकल में लाल और सफेद ड्रेस पहनी आइकॉनिक अमूल गर्ल को एक ड्रैगन से लड़कर बचाते हुए दिखाया गया। इसके पीछे चीनी वीडियो-शेयरिंग मोबाइल एप टिकटॉक का लोगो भी देखा जा सकता है। इसके अलावा इस क्रिएटिव में बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है था- अमूल 'Made In India' ब्रैंड है और इसका फोकस पीएम नरेंद्र मोदी की 'आत्मनिर्भर' मुहिम पर है।
इसके बाद ट्विटर ने अमूल का अकांउट ब्लॉक कर दिया था। हालांकि मामले में सफाई देते हुए ट्विटर ने कुछ समय बाद फिर से अकांउट को चालू कर दिया था लेकिन तब तक चाइना और ट्विटर के खिलाफ लोगों ने ट्वीट करना शुरू कर दिए थे। यह लड़ाई आज दूसरे दिन भी जारी रही। चाइना के सामान के बहिष्कार को लेकर तीन हैशटैग ट्रेंडिंग कर रहे हैं।
एक यूजर विजय कुमार ने लिखा-
चाइना हम तुमसे नहीं डरते है यह मोदी का भारत है नेहरु का नहीं। जितनी जल्दी हो सके तिब्बत खाली कर दो।
एक यूजर आशीष वर्मा ने लिखा-
जिस मोबाइल से हम ट्वीट कर रहे हैं वो भी चाइनीज हैं। पहले उन्हें नष्ट करो। इसके बाद सभी चीनी सामानों का बायकॉट करना चाहिए।
प्रिया शर्मा नाम की यूजर ने लिखा,
मैं अमूल का सपोर्ट करती हूं क्योंकि अमूल भारत का है और यह टेस्ट ऑफ इंडिया है।
कुल मिलाकर दूसरे दिन भी यह बहस खत्म नहीं हुई। पूरा ट्विटर चाइना और ट्विटर की आलोचना और उसके बायकॉट को लेकर ओवरलोडेड था। यानी ट्विटर का बहिष्कार और चीन भी करो कम।