लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने को लेकर हंगामा तो काफी हुआ। राजनीति भी इस मुद्दे पर खूब हो रही है। लेकिन, थोड़ा पीछे जाएं तो सब समझ में आ जाएगा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश से अपना पुराना हिसाब चुकता कर लिया है। उस समय भी केन्द्र में 'इलाहाबाद यूनिवर्सिटी' ही थी।
वर्ष 2015 की बात है जब यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और मुख्यमंत्री थे अखिलेश यादव। तब 20 नवंबर, 2015 को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ समारोह में गोरखपुर के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ को शामिल होने जाना था। उस समय राज्य की अखिलेश सरकार ने योगी को इलाहाबाद की सीमा पर ही रोक दिया था। इसके चलते वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए थे।
इतिहास ने एक बार फिर करवट ली और आज यानी 12 फरवरी को अखिलेश भी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर विमान में चढ़ते समय रोक दिया गया और वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए। हालांकि इस संबंध में योगी ने स्पष्टीकरण दिया कि प्रयागराज कुंभ में अव्यवस्था नहीं फैले, इसलिए यूपी के पूर्व सीएम को रोका गया है।