नई दिल्ली। कोरोना महामारी के चलते बंद विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में 1 नवंबर से नए शैक्षिणिक सत्र की शुरुआत होगी। एडमिशन की प्रक्रिया भी 31 अक्टूबर तक चलेगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (uGC) ने इसे लेकर नया अकादमिक कैलेंडर जारी किया है।
यूजीसी ने इस संबंध में गाइडलाइंस जारी करते हुए कहा है कि सत्र में देरी के चलते पाठ्यक्रमों को पूरा करने के लिए छुट्टियों में कटौती की जाएगी।
यूजीसी की ओर से जारी संशोधित शैक्षणिक कैलेंडर के मुताबिक, पहले वर्ष के अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए कक्षाएं एक नवंबर से शुरू की जाएंगी।
यूजीसी ने कहा कि पहले वर्ष में प्रवेश लेने वाले छात्रों की परीक्षा मार्च 2021 के दूसरे हफ्ते में होगी। यदि कोई छाई 30 नवंबर तक अपना प्रवेश रद्द कराकर रिफंड लेना चाहता है तो उसे बगैर कोई राशि काटे पूरी फीस लौटाई जाए।
आयोग ने विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया है कि इन पाठ्यक्रमों के लिए दाखिले की प्रक्रिया 31 अक्तूबर को समाप्त कर दी जाएगी। पढ़ाई पूरी करने के लिए सप्ताह में छह दिन कक्षाएं चलाने को भी कहा गया है। नया सत्र ऑनलाइन, फेस-टू-फेस क्लासरूम और मिश्रित मोड से चलाया जाएगा। यह शैक्षणिक कैलेंडर एआईसीटीई के तकनीकी कॉलेजों पर भी लागू होगा।
यूजीसी ने कहा कि पहले वर्ष में प्रवेश लेने वाले छात्रों की परीक्षा मार्च 2021 के दूसरे हफ्ते में होगी। यदि कोई छाई 30 नवंबर तक अपना प्रवेश रद्द कराकर रिफंड लेना चाहता है तो उसे बगैर कोई राशि काटे पूरी फीस लौटाई जाए।
आयोग ने साफ कहा कि सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी का पालन करना होगा।