नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आबकारी नीति मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को क्लीन चिट दे दी है। दिल्ली में सत्तारूढ़ पार्टी ने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता तो जांच एजेंसी ने सिसोदिया के घर छापा मारा होता, क्योंकि उनका नाम मुख्य आरोपी के तौर पर दर्ज है।
अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली पार्टी ने सोमवार को कहा था कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भी सिसोदिया को क्लीन चिट दे दी है। हालांकि सीबीआई ने इससे स्पष्ट इंकार करते हुए कहा है कि मामले में जांच जारी है और उसने किसी को आरोपमुक्त नहीं किया है।
ईडी ने अब समाप्त हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के मामले में उसकी मनी लॉन्ड्रिंग संबंधी जांच के तहत मंगलवार को दिल्ली और 5 राज्यों में छापे मारे। ईडी अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली, तेलंगाना, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तरप्रदेश और कर्नाटक में करीब 30 जगहों पर तलाशी चल रही है और मामले में जिन लोगों के नाम हैं, उनके ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं।
आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी के लिए खुशी की बात है कि ईडी ने भी आज मंगलवार को सिसोदिया को क्लीन चिट दे दी है। इससे पहले सीबीआई ने ऐसा किया था। उन्होंने कहा कि ईडी ने अनेक जगहों पर छापे मारे लेकिन मनीष सिसोदिया के घर नहीं आई जबकि वे आरोपी संख्या 1 हैं। वे (ईडी अधिकारी) ठिठक गए। उन्होंने सिसोदिया को छोड़ दिया, क्योंकि उन्हें लगा कि उनके घर जाना अपमानजनक होगा। आप के दावे पर ईडी की तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
दिल्ली सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया है कि वे सिसोदिया को झूठे मामलों में फंसाने और केजरीवाल तथा उनकी सरकार को शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने से रोकने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। भारद्वाज ने आरोप लगाया कि अगर यह भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रधानमंत्री की लड़ाई है, जैसा कि वे कहते हैं तो ईडी आज गुजरात में शराब माफिया के खिलाफ छापे मार रही होती। यह भ्रष्टाचार नहीं बल्कि केजरीवाल के विरुद्ध लड़ाई है।(भाषा)