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पढें, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वतंत्रता दिवस पर दिया संपूर्ण भाषण

हमें फॉलो करें पढें, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वतंत्रता दिवस पर दिया संपूर्ण भाषण
, बुधवार, 15 अगस्त 2018 (07:20 IST)
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले अपने आखिरी स्वतंत्रता दिवस भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार में बढ़ते हुए भारत की तस्वीर पेश की। मोदी ने इस दौरान अपनी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल योजना शुरू होने की तिथि घोषित की, जिसमें 50 करोड़ भारतीय शामिल होंगे।
 
मोदी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। 2014 में राजग के सत्ता में आने के बाद यह उनका पांचवां स्वतंत्रता दिवस संबोधन था। मोदी ने सशस्त्र बलों में महिलाओं को स्थायी कमीशन और 2022 तक भारत के अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने की योजना की भी घोषणा की।
 
उन्होंने कहा कि ‘जब 125 करोड़ लोग एक लक्ष्य को हासिल करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो ऐसा कुछ नहीं जो नहीं हो सकता। 2014 में देश के लोग एक सरकार बनाकर नहीं रूके। वे देश निर्माण की दिशा में आगे बढ़े और उन्होंने वह करना जारी रखा है।
 
मोदी ने अपने करीब 80 मिनट के भाषण में अधिकतर समय अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड देने में लगाया। उन्होंने इस दौरान कई ज्वलंत मुद्दों का भी उल्लेख किया जिसमें जम्मू कश्मीर, महिलाओं के खिलाफ अपराध, तीन तलाक पर एक विधेयक और कृषि क्षेत्र की स्थिति शामिल है।
 
विपक्ष की ओर से मोदी पर व्यापार समर्थक और अमीर समर्थक सरकार चलाने का आरोप लगाये जाते हैं। मोदी ने अपने भाषण में गरीबों और समाज के पिछड़े वर्गों का जीवन सुधारने के लिए अपनी सरकार की ओर से उठाये गए कदमों का उल्लेख किया और दावा किया कि पिछले दो वर्षों में पांच करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला गया है।
 
उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि संप्रग सरकार के दौरान भारत के बारे में नकारात्मक रिपोर्ट, विलंबित सुधार, जोखिम भरी अर्थव्यवस्था और लाल फीताशाही जैसी शब्दावली का इस्तेमाल किया जाता था जबकि अब उसे अरबों डालर की अर्थव्यवस्था के तौर पर देखा जा रहा है जो निवेशकों का रेड कार्पेट बिछाकर स्वागत कर रही है।
 
केसरिया और लाल रंग का राजस्थानी साफा पहने मोदी ने कहा, ‘‘भारत पहले सोता हुआ हाथी था जो अब उठ गया है और दौड़ना शुरू कर दिया है। उन्होंने कश्मीर पर कहा कि हम लोगों को गले लगाकर आगे बढ़ेंगे, गोली और गाली से नहीं। 
 
मोदी ने कहा कि अगर हम संप्रग सरकर के आखिरी साल 2013 की रफ्तार से चलते तो जो चार साल में हासिल हुआ है वह प्राप्त करने में दशकों का समय लग जाता। उन्होंने तमिल राष्ट्रवादी सुब्रह्मण्य भारती का उल्लेख करते हुए तमिल में कहा, ‘‘भारत विश्व को समस्याओं से छुटकारा पाने में मदद करेगा।
 
लालकिले पर मौजूद गणमान्य लोगों में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और उनकी पत्नी भी थीं। इसके साथ ही राहुल गांधी भी बैठे हुए थे। इसके अलावा वहां पूर्व प्रधानमंत्रियों मनमोहन सिंह, एच डी देवेगौड़ा के साथ कैबिनेट मंत्रियों, सेना के तीनों अंगों के प्रमुख, न्यायपालिका के शीर्ष लोग, नौकरशाहों के साथ ही हजारों स्कूली बच्चे मौजूद थे।
 
मोदी द्वारा की गई बड़ी घोषणाओं में आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना 25 संपूर्ण को पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर पूरे देश में शुरू करना शामिल था जिसे विश्व का सबसे बड़ा स्वास्थ्य देखभाल कदम बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना में शुरू में 10 करोड़ परिवारों के करीब 50 करोड़ लोग शामिल होंगे।
 
उन्होंने सशस्त्र बलों में महिलाओं के पुरूषों की तरह स्थायी कमीशन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत शामिल की जाने वाली महिलाओं को अपने पुरूष सहकर्मियों की तरह स्थायी कमीशन का मौका मिलेगा। उन्होंने हालांकि इस बारे में विस्तार से नहीं बताया कि यह महिलाओं के लिए लड़ाकू भूमिका में या गैर लड़ाकू भूमिका के क्षेत्रों जैसे आईटी, सैन्य पुलिस, इंजीनियरिंग आदि में लागू होगा।
 
मोदी ने हाल की बलात्कार की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि कानून सर्वोच्च है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समाज को इस ‘‘राक्षसी’’ मनोवृत्ति से बाहर आना होगा। उन्होंने मध्यप्रदेश में एक त्वरित सुनवायी अदालत द्वारा हाल में दिये गए फैसले की प्रशंसा की जिसमें बलात्कार के दोषी को फांसी की सजा सुनायी गई। उन्होंने हाल की लिंचिंग (पीट पीटकर मार डालने) की घटनाओं का कोई विशिष्ट उल्लेख नहीं किया।
 
उन्होंने दलितों और पिछड़े वर्गों के हितों के संरक्षण के लिए अपनी सरकार के प्रयासों का उल्लेख किया और कहा कि हाल का संसद सत्र पूरी तरह से सामाजिक न्याय को समर्पित था। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2022 तक भारत एक ‘‘पुत्र या पुत्री’’ को हाथ में तिरंगे के साथ अंतरिक्ष में भेजेगा।
 
उन्होंने भ्रष्ट और कालेधन की जमाखोरी करने वालों को भी नहीं बख्शने का संकल्प जताया और कहा कि उनकी सरकार के प्रयासों से सत्ता के गलियारे दलालों से मुक्त हो गए हैं, करदाताओं की संख्या बढ़ी है और कई योजनाओं से फर्जी लाभार्थियों के हटने से 90 हजार करोड़ रुपए बचे हैं। मोदी ने ईमानदार करदाताओं को देश के विकास में योगदान के लिए धन्यवाद दिया जो कि अब विश्व कर छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
 
उन्होंने कर नहीं चुनाने वालों को कर के दायरे में लाने के लिए किये गए उपायों का उल्लेख करते हुए कहा कि आयकरदाताओं की संख्या 2014 से पहले 3.5-4 करोड़ से बढ़कर 6.75 करोड़ हो गई है। मोदी ने कहा कि सरकार तीन तलाक प्रथा पर रोक लगाने के लिए कानून को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने ‘कुछ लोगों’ पर संसद में इससे संबंधित विधेयक के पारित होने में अड़ंगा लगाने का आरोप लगाया। उनका परोक्ष रूप से इशारा विपक्षी दलों की ओर था।
 
उन्होंने यह बताने के लिए एक कविता पढ़ी कि उनकी सरकार किस तरह से ‘भारत की नियति’ बदल रही है और यह कि वह देश के हित में कड़े और साहसी कदम उठाने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि वह भारत को विकास के मामले में अन्य देशों से आगे बढ़ते देखने के लिए अधीर हैं। मोदी ने अपने भाषण का समापन सभी के लिए मकान, बिजली, रसोई गैस, स्वच्छता, स्वास्थ्य, सम्पर्क और पानी का आह्वान करते हुए कहा कि उनकी सरकार इस मंत्र के साथ काम कर रही है। (भाषा)

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