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वॉटरफॉल देखने जा रहे हैं तो रखें सावधानियां

हमें फॉलो करें Chitrakoot Waterfall

अनिरुद्ध जोशी

, सोमवार, 22 अगस्त 2022 (14:09 IST)
भारत देश में सैंकड़ों मनमोहक झरने हैं जिन्हें जलप्रपात और वॉटर फॉल कहा जाता है। बारिश के मौसम में जहां चारों ओर हरियाली छा जाती है। वहीं, सभी झरनों वाले स्थान और नदियोंमें पानी भरपूर भर जाता है जिसके चलते खतरे भी बढ़ जाते हैं। यदि आप झरने वाली जगह पर घूमने जा रहे हैं तो सावधानी रखना जरूरी है।
1. सुरक्षित जगह का करें चयन : झरनों वाली जगह जा रहे हैं तो सुरक्षित जगह से झरना देखें और बैठने के लिए या पिकनिक मनाने के लिए भी सुरक्षित जगह का ही चयन करें। क्योंकि बारिश के दिनों में झरनों या नदी का जल स्तर कभी भी अचानक बढ़ सकता है। ऐसे में आपको सावधानी बरतना होगी और एक विशेष दूरी बनाए रखें।
 
2. पत्थर या चट्टानों पर चलते वक्त रखें सावधानी : झरने या नदी वाली जगहों पर चट्टाने फिसलन भरी हो जाती है। इसलिए आप चलते वक्त सावधानी रखें और इस तरह के जूते पहनें की जिसमें अच्छी पकड़ या ग्रिप हो। ऐसी जगहों पर चप्पल पहनकर तकई न जाएं। 
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3. सेल्फी ले सकती है जान : कई लोग अच्‍छी सेल्फी के चक्कर में रिस्क लेते हैं और मौत के मुहाने पर पहुंच जाते हैं। जैसे झरने के बिल्कुल बीचोंबीच, मुहाने पर या उस खतरनाक स्थान पर जहां से झरने का दृश्य विहंगम नजर आता हो। परफेक्ट सेल्फी के चक्कर में कई लोगों की जान चली गई है। 
 
4. रेनकोट : बारिश के मौसम में जा रहे हैं तो रेनकोट और फोल्डिंग वाली छतरी साथ में जरूर रखें। बारिश में भींगने के अपने ही मजे होते हैं परंतु इससे आपकी सर्दी जुकाम भी हो सकता है और आप बीमार भी पड़ सकते हैं। बारिश से अपने सामान को बचाने के लिए भी इंतजाम करें। जैसे मोबाइल, पर्स, कपड़े, रुपए आदि। इसके लिए पोलिथिन का उपयोग कर सकते हैं।
5. चेतावनी बोर्ड को फॉलो करें : झरनों के पास चेतावनी के बोर्ड लगे होते हैं। उनमें लिखी बातों को फॉलो करें अन्यथा आप मुसीबत में पड़ सकते हैं। वहां लिखा होता है कि आप आपको झरने से कितने दूर रहना चाहिए और किस और नहीं जाना चाहिए। आप वहां के लोगों और सुरक्षा गॉर्ड से भी इस संबंध में पूछताछ करें कि यह जगह कैसी है।
 
6. मौसम का मिजाज : झरनों वाले स्थान पर मौसम का मिजाज देखकर ही जाएं। साथ ही झरने वाली जगह की लेटेस्ट जानकारी जरूर लें। क्योंकि कई जगहों का जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ा होता है और बारिश में पहाड़ी झरनों में पानी के साथ पत्थर भी आते हैं। डेम वाले झरने खतरना सिद्ध हो सकते हैं। अत: पहले झरने का मिजाज जरूर समझ लें।
 
7. समय पर लौट आएं : सूर्यास्त के दौरान या उससे पहले ही आप अपने पिकनिक का कार्यक्रम समाप्त करके घर लौट आएं।

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