मानसून में बाहर यात्रा करने का अलग ही आनंद है। चारों और हरियाली हो जाने के कारण प्रकृति की सुंदरता मन मोह लेती है। ऐसे में ट्रैकिंग और एडवेंचर को पसंद करने वाले लोग इस आनंद का लुत्फ उठाने के लिए निकल पड़ते हैं। पर ऐसे स्थानों पर जाते समय विशेषकर मानसून में, हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। कई बार तीव्र इच्छा के कारण भी कुछ लोग शौक-शौक में रोमांच लेने निकल पड़ते हैं। ऐसे में कुछ सावधानियां हमें रखनी चाहिए। आइए जानते हैं -
1 बारिश में ट्रैकिंग करते समय अपने पास पीने का पानी जरूर रखें। बारिश हो रही है और जल के स्त्रोत भी दिख रहे हैं तो भी आपके पास पानी की बोतल होनी चाहिए। बाहर का पानी दूषित हो सकता है ऐसे में आपकी तबियत खराब हो सकती है और आपकी ट्रिप का आनंद खराब हो सकता है।
2 मानसून में ट्रैकिंग का निर्धारित समय होना बहुत जरूरी है। ट्रैकिंग रात में और बहुत तेज बरसते पानी में बिलकुल ना करें। ट्रैकिंग में विजिबिलिटी होना चाहिए जो इन स्थिति में कम रहती है।
3 इस मौसम में ट्रैकिंग के लिए अच्छी ग्रिप वाले जूते बहुत आवश्यक वास्तु होते हैं। पहाड़ों पर इस समय कीचड और काई की फिसलन होती है, साथ ही कभी छोटे नदी-नाले पार करना होते हैं तो ऐसे में आपको जमीन से पकड़ होना आवश्यक हो जाता है।
4 बारिश में ट्रैकिंग करने जा रहे हैं तो फेंसी कपडे पहनने के बजाय ऐसे कपडे पहनें जिनमें आपका मूवमेंट अच्छे ढंग से हो और सार ही वह स्ट्रेचेबल भी होना चाहिए। न आपके पास एक अच्छा रेन कोट होना ही चाहिए।
5 आपके पास फर्स्ट ऐड, रस्सी, टॉर्च, वाटर प्रूफ टैंट जैसी महत्वपूर्ण वस्तुओं के साथ-साथ आपातकालीन स्थितियों में उपयोग होने वाले नंबर भी होना चाहिए।
6 पहाड़ों पर इस मौसम में हरियाली हो जाती है, तो कई भी पैर रखने के पहले या आराम फरमाने के पहले अच्छे से स्थान को जांच लें, कोई भी जीव जंतु वहां हो सकता है। इसके लिए एक लम्बी छड़ी अपने पास जरूर रखें।
7 पहाड़ों पर चढ़ने और उतरने के दौरान मजाक-मस्ती और सेल्फी लेने से दूर रहे। इन सभी के लिए एक ऐसा स्थान ही चुनें जो पूर्ण रूप से सुरक्षित हो। इस समय मिटटी फिसलती ही है और पहाड़ों पर एकदम से पानी का बहाव आता है। ऐसे में एक छोटी सी भूल आपको भारी पड़ सकती है।