Fourth house in mars: कुंडली या जन्मपत्री में मंगल यदि चौथे भाव में है तो यह कुंडली मांगलिक दोष की मानी जाएगी। चतुर्थ भाव का मंगल बहुत ही खराब माना गया है। यदि आपकी कुंडली में मंगल चौथे खाने में है तो उसका सटीक उपाय मंगलदेव ग्रह मंदिर, अमलनेर में बहुत ही अच्छे तरीके से होगा, जहां अभिषेक होता है। महाराष्ट्र के जलगांव के पास अमलनेर है। इससे पहले यहां जान लीजिये लाल किताब और ज्योतिष के अनुसार कुछ खास।
चतुर्थ भाव में मंगल का स्वभाव | Chaturth Lagna me mangal ka fal : चौथे घर का मंगल 'दरिया में रखा आग का गोला।' ही समझो। दूसरा यह कि 'खुद तो जलेंगे सनम तुमको भी जलाकर मरेंगे।' लेकिन परिवार के प्रति जिम्मेदार। चतुर्थ भाव से सुख, संपत्ति, भूमि, भवन, वाहन एवं उपभोग में आने वाली भौतिक सामग्री का आकलन किया जाता है। चतुर्थ भाव में मंगल हो अथवा उस पर उसकी दृष्टि पड़े, तो इन फलों में कमी आएगी।
चतुर्त भाव में मंगल है तो क्या करें | What to do if there is Mars in the fourth house :
1. वटवृक्ष की जड़ में मीठा दूध चढ़ाएं।
2. अपने पास सदैव चांदी रखें।
3. हनुमान चालीसा पढ़ते रहें
4. सफेद रंग का सुरमा आंखों में डालना चाहिए।
5. चिड़ियों को दाना डालें, बंदरों को गुड़ और चना खिलाएं।
6. हनुमानजी और मंगलदेव की निरंतर पूजा करें।
7. गुड़, मसूर की ताल और मिश्री का दान करें।
भविष्यफल चतुर्थ में मंगल का फल | Chaturth me mangal ka fal: यदि नेक बनकर रहे और मंगल दोष का निवारण करेंगे तो संपत्ति, वाहन और उच्च पद का सुख प्राप्त करने के साथ ही पारिवारिक सुख भी प्राप्त करेंगे। माता और पिता को दुख देना जीवन में जहर घोलने के समान। बदले की भावना न रखें। क्रोध न करें। भाई और मित्रों से संबंध अच्छे रखना चाहिए। काले और काने व्यक्ति की संगत से बर्बादी। हलवाई या भूनने वाले की भट्टी जलती हो वहां न रहें। शहद, शक्कर और चीनी का व्यापार कदापि न करें। कीकर के वृक्ष के पास और दक्षिण मुखी मकान में न रहें वर्ना जीवन खराब रहेगा। जल्द ही मंगलदेव के मंदिर में मंगल दोष का निवारण करें।