Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

जनवरी 2024 में कब है लोहड़ी, भोगी, पोंगल और मकर संक्रांति

हमें फॉलो करें Makar Sankranti 2024

WD Feature Desk

January 2024 calendar: जनवरी माह 2024 में कई बड़े त्योहार और इवेंट होने वाले हैं। 22 जनवरी को अयोध्या जी में प्रभु श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का महा आयोजन है। इसके बाद 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जागाए। इससे पहले और बाद में कई बड़े व्रत एवं त्योहारों में खास लोहड़ी, भोगी, पोंगल और मकर संक्रांति है। आओ जानते हैं कि यह 4 बड़े पर्व किस तरीख को हैं।
 
लोहड़ी : वर्ष 2024 में कब है लोहड़ी पर्व : पंचांग के अनुसार यह पर्व 13 जनवरी 2024 शनिवार के दिन मनाए जाएगा, परंतु पांचांग भेद से 14 जनवरी को भी यह पर्व मनाया जा रहा है। अधिकतर मतों में यह पर्व 14 जनवरी को मनाया जा रहा है। कारण यह कि लोहड़ी का पर्व मकर संक्रांति के एक दिन पूर्व रात्रि में मनाया जाता है। मकर संक्रांति इस बार 15 जनवरी को रहेगी। अगले साल 15 जनवरी को सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसलिए नए साल में लोहड़ी का पर्व 13 जनवरी को न मनाकर 14 जनवरी को मनाया जाएगा। लोहड़ी का पर्व मुहूर्त संध्याकाल 8 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। 
 
भोगी : भोगी पण्डिगाई भी मकर संक्रांति का ही उत्सव है जिसे आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना तथा तमिलनाडु में चार दिनों तक मनाया जाता है। चार दिनों के दौरान प्रत्येक दिन कुछ विशेष अनुष्ठानों का पालन करते हैं। 14 जनवरी 2024 रविवार के दिन यह पर्व रहेगा।
 
पोंगल : पोंगल त्योहार का प्रचलन दक्षिण भारत में ज्यादा है। हालांकि यह मकर संक्रांति का ही स्थानीय स्वरूप है। मकर संक्रांति को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार पोंगल पर्व सूर्य के मकर में जाने पर मनाया जाता है। रोमन अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह 15 जनवरी 2024 सोमवार को मनाया जाएगा। थाई पोंगल संक्रान्ति का क्षण- 02:54 एएम।
 
मकर संक्रांति : सूर्य के मकर राशि में प्रवेश को मकर संक्रांति कहते हैं। इस बार शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि में व्यातिपात योग, शतभिषा नक्षत्र और 15 जनवरी 2024 सोमवार के संयोग में सूर्य प्रात: 02 बजकर 54 मिनट पर धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मकर संक्रांति 15 जनवरी 2024 सोमवार को मनाई जाएगी।
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

श्रीमद्भागवत गीता में बताए गए हैं मकर संक्रांति के 6 रहस्य