Lohri 2024 : अगले वर्ष 2024 में लोहड़ी का उत्सव कब मनाया जाएगा। लोहड़ी के दिन दिन सूर्य देव व अग्नि देव के प्रति आभार व्यक्त किया जाता है कि उनकी कृपा से इस बार की फसल अच्छी रही और अगली फसल में कोई समस्या न हो इसीलिए उनकी पूजा की जाती है। साथ ही यह त्योहार परिवार में आने वाले नए मेहमान जैसे नई बहू या बच्चा के स्वागत के लिए मनाया जाता है। इस बार 14 जनवरी 2024 को यह पर्व रहेगा।
वर्ष 2024 में कब है लोहड़ी पर्व : पंचांग के अनुसार यह पर्व 13 जनवरी 2024 शनिवार के दिन मनाए जाएगा, परंतु पांचांग भेद से 14 जनवरी को भी यह पर्व मनाया जा रहा है। अधिकतर मतों में यह पर्व 13 जनवरी को मनाया जा रहा है। यह पर्व मकर संक्रांति के एक दिन पूर्व रात्रि में मनाया जाता है। हालांकि हिंदी भाषी राज्यों में मकर संक्रांति इस बार 15 जनवरी को रहेगी।
अगले साल 15 जनवरी को सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसलिए नए साल में लोहड़ी का पर्व 13 जनवरी को न मनाकर 14 जनवरी को मनाया जाएगा। लोहड़ी का पर्व मुहूर्त संध्याकाल 8 बजकर 57 मिनट तक रहेगा।
लोहड़ी पर्व को हिन्दू कैलेंडर विक्रम संवत् एवं मकर संक्रांति से जोड़ा गया है। पंजाब क्षेत्र में इस त्योहार को बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है। विशेष रूप से शरद ऋतु के समापन पर इस त्योहार को मनाने का प्रचलन है। साथ ही यह त्योहार किसानों के लिए आर्थिक रूप से नया वर्ष माना जाता है।
क्या अर्थ है लोहड़ी का : मकर संक्रांति से पहले वाली रात को सूर्यास्त के बाद मनाया जाने वाला पंजाब प्रांत का पर्व है लोहड़ी, जिसका का अर्थ है- ल (लकड़ी)+ ओह (गोहा यानी सूखे उपले)+ ड़ी (रेवड़ी)। इस पर्व के 20-25 दिन पहले ही बच्चे 'लोहड़ी' के लोकगीत गा-गाकर लकड़ी और उपले इकट्ठे करते हैं। फिर इकट्ठी की गई सामग्री को चौराहे/मुहल्ले के किसी खुले स्थान पर आग जलाते हैं। आग के आसपास नाच गाना करके खुशी मनाते हैं।