शिवपुरी (मप्र)। जिला मुख्यालय से लगभग 75 किलोमीटर दूर पिछोर ब्लॉक के अछरौनी गांव में बीती रात एक जैन मंदिर से 22 जैन तीर्थंकरों की प्राचीन मूर्तियों की चोरी का मामला सामने आया है। पुलिस मामला दर्ज कर अज्ञात चोरों की तलाश कर रही है।
पिछोर के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) आरपी मिश्रा ने बृहस्पतिवार को कहा कि अछरौनी के जैन मंदिर की ऊपरी मंजिल पर बनी वेदी से ताला तोड़कर अज्ञात चोरों ने जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाएं चुरा लीं। चोरी गईं मूर्तियां अष्टधातु की हैं और ये दर्शनार्थ कांच के शोकेस में रखी हुई थीं। इनमें से चोरों ने 22 मूर्तियों को चुरा लिया। घटना की सूचना मिलते ही जिला पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर गुरुवार सुबह मौके पर पहुंच गए।
मिश्रा ने बताया कि जैन समाज के पर्युषण पर्व के शुरू होने से पूर्व बुधवार को मंदिर विशेष रूप से सजाया गया था और रात्रि में मंदिर के पुजारी प्रतिदिन की तरह मंदिर के पट बंद कर वहां से चले गए। इसी दौरान रात्रि में अज्ञात चोरों ने मंदिर के मुख्य दरवाजे का ताला तोड़ने का प्रयास किया। चोर उसमें सफल नहीं हो सके तो वे मंदिर की दीवार लांघकर दूसरी मंजिल पर पहुंच गए। वहां उन्होंने वेदी का ताला तोड़कर कांच के शोकेस में रखीं जैन तीर्थंकर की अष्टधातु से निर्मित 22 प्रतिमाएं चुरा लीं। चोर पत्थर की 2 प्रतिमाओं को वहीं छोड़ गए।
उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह जैन समाज के लोग वहां दर्शन करने पहुंचे तो उन्हें चोरी की जानकारी लगी। बाद में पुलिस को मौके पर बुला लिया गया। उन्होंने कहा कि चोरी गईं प्रतिमाओं की कीमत के बारे में लोगों का अलग-अलग अनुमान है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले खनियांधाना के ही गोलाकोट से चोरों ने 32 जैन प्रतिमाओं के गले काटकर उन्हें गायब कर दिया था। तब यह मामला सीबीआई को सौंपा गया था और बाद में ये कटे हुए गले एक कुएं से बरामद हुए थे। इससे पहले जिले में खनियांधाना के राम-जानकी मंदिर से चोरी गए 15 करोड़ रुपए कीमत के स्वर्ण कलश का सुराग भी अब तक नहीं लग सका है। (भाषा)