नीमच। पश्चिमी मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश की कारण नीमच जिले में बाढ़ आ चुकी है। लगातार हो रही बारिश के कारण गुंजाली, ब्राह्मणी, मोरवन डेम, हर्कियाखाल डेम पूर आने से हालात बिगड़ चुके हैं।
एक तरफ जहां सिंगोली, रतनगढ़, रामपुरा, जीरन, नयागांव सहित कई कस्बे जलमग्न हैं, वहीं दूसरी तरफ नीमच को राजस्थान से जोड़ने वाली सभी चार प्रमुख सड़कों पर आवागमन बंद है। जिले में बारिश से बिगड़ते हालातों के मद्देनजर जिला कलेक्टर अजय गंगवार और एसपी राकेश कुमार सगर ने भी बाढ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया।
नीमच-झालावाड़ स्टेट हाईवे गांधीसागर के समीप भूस्खलन होने से बंद हो गया है, जबकि गुंजाली और ब्राह्मणी नदी पूर आने से 100 से अधिक गांवों का संपर्क नीमच जिला मुख्यालय से टूट चुका है। वहीं नीमच-कोटा मार्ग बंद हो चुका है जबकि हर्कियाखाल डेम ओवरफ्लो होने से नीमच-प्रतापगढ़ मार्ग बंद हो गया है। जीरन तहसील के सभी गांवों का नीमच से संपर्क टूट चुका है। इधर मोरवन डेम ओवरफ्लो होने से नीमच-रतनगढ़ मार्ग बंद है।
लगातार हो रही बारिश के कारण शुक्रवार को ब्राह्मणी नदी में पानी बढ़ने से सिंगोली नगर में बाढ़ का पानी घुस गया, जबकि नीमच जिला मुख्यालय के समीप नयागांव में भी बाढ़ आ गई और निचली बस्तियों में बाढ़ का पानी घुस गया।
नीमच शहर में शंभूवली नाला उफान पर आने से आधा दर्जन निचली बस्तियों के 2 हजार मकानों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। आम लोगों ने पूरी रात दहशत में काटी। यहां पानी कभी भी घुस सकता है, जबकि निचली बस्तियों के मोहल्लों में बारिश का पानी जमा है। शहर के आसपास आवागमन अवरुद्ध है।
इधर कुकड़ेश्वर में शुक्रवार को आफत की बारिश के कारण 5 गुमटियां ढह गईं, वहीं रामपुरा में एक मकान ढह गया लेकिन गनीमत यह रही की कोई जनहानि नहीं हुई। लगातार बारिश के चलते नीमच जिले में फसलें तबाह हो गई हैं, खेतों में पानी भर जाने के कारण सोयाबीन, मक्का व उड़द की फसलें पूरी तरह गल चुकी हैं।
एक तरफ जहां सिंगोली, रतनगढ़, रामपुरा, जीरन, नयागांव सहित कई कस्बे जलमग्न हैं, वहीं दूसरी तरफ नीमच को राजस्थान से जोड़ने वाली सभी चार प्रमुख सड़कों पर आवागमन बंद है। जिले में बारिश से बिगड़ते हालातों के मद्देनजर जिला कलेक्टर अजय गंगवार और एसपी राकेश कुमार सगर ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया।