भोपाल। हरदा में पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट में मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तक 9 लोगों की मौत की आधिकारिक तौर पर हो गई है। वहीं हादसे में 200 से अधिक लोग घायल हुए। घायलों में कई की हालत गंभीर बनी हुई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल में मंत्रालय से घटना के राहत बचाव कार्यों पर नजर रखे है, उन्होंने अपना छिंदवाड़ा दौरा रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना हृदय विदारक है। राज्य सरकार दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा, सरकार दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी।
हरदा घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए प्रधानमंत्री सहायता कोष से प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए दो-दो लाख रुपए की सहायता की घोषणा की है। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृतकों के परजिनों के लिए 4-4 लाख की आर्थिक सहायता देने का एलान करते हुए सभी घायलों का मुफ्त में इलाज करने के निर्देश दिए है।
हरदा हादसे में गंभीर रुप से घायलों को भोपाल के एम्स में भर्ती कराया गया है। भोपाल में हमीदिया और इंदौर में एम वाय हॉस्पिटल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। घायलों को लाने के लिए सेना की सहायता भी ली जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी घायल व्यक्ति के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर कैबिनेट मंत्री राव उदय प्रताप, ACS अजीत केसरी, डीजी होमगार्ड ने घटना स्थल का हवाई सर्वेक्षण किया। घटना स्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना के साथ NDRF, SDRF की टीमों को लगाया गया है।
घायलों के इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भोपाल और मेडिकल कॉलेज इंदौर से चिकित्सकों की स्पेशल टीम हरदा भेजी गयी हैं। मेडिकल कॉलेज भोपाल में 50 बेड और एम्स भोपाल में 10 बेड दुर्घटना पीड़ित के लिये तैयारी कर रिज़र्व रखे गये हैं। घटना के बाद हरदा में भोपाल से 20 एवं अन्य ज़िलों से कुल मिलाकर 115 एम्बुलेंस भेजी गई, जिनसे इलाज के घायलों का अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। वहीं 3 अतिरिक्त एम्बुलेंस में बर्न संबंधी कंज्यूमेबल्स एवं दवाएँ घटना स्थल पर भेजी गई है।
वहीं घटना के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अधिकारियों के साथ आपात बैठक ली। उन्होंने कहा कि घायलों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। बैठक में बताया गया कि हरदा में होशंगाबाद सहित आसपास के क्षेत्र से 14 डॉक्टर तत्काल रवाना किए गए हैं।