भोपाल। मध्य प्रदेश के दमोह में रविवार को हुए तनाव के मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सख्त तेवर दिखाए है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में शांति और सौहार्द बनाए रखना सरकार की विशेष प्राथमिकता है। दमोह में कतिपय असामाजिक तत्वों ने कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया, जिसे पुलिस प्रशासन ने बखूबी संभाल लिया। घटना की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि दमोह के दमयंती नगर क्षेत्र में रविवार रात लगभग 10 बजे बड़ी संख्या में असामाजिक तत्वों ने कोतवाली थाने का घेराव कर अनर्गल नारेबाजी की तथा कानून एवं शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास किया। कलेक्टर दमोह ने घटना के कारणों की मजिस्ट्रियल जाँच के आदेश दे दिये हैं।
क्या है पूरा मामला?- दमोह के दमयंती नगर में रविवार शाम दो गुटों में जमकर हंगामा हुआ। पूरा मामला कपड़े की सिलाई से जुड़ा है। पुलिस के मुताबिक लल्लू शर्मा और टेलर अंसार खान के बीच कपड़े की सिलाई को लेकर विवाद हुआ था। विवाद को देखते हुए दूसरा पक्ष बीच बचाव करने आया तो युवकों ने दूसरे पक्ष के साथ भी बदसलूकी कर दी थी। इस बात को लेकर दूसरे गुट ने कोतवाली थाने ने घेराव कर जमकर नारेबाजी की। इस बीच हंगामे में शामिल अकरम खान ने पुलिस को चुनौती देते हुए आरोपी के हाथ और गर्दन काटने की बात कही गई थी। जिसके बाद पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज भी कर गिरफ्तारी कर ली है।