कोरोना साइड इफेक्ट: सार्वजनिक रूप से नहीं मनेगी राखी और बकरीद,एडवाइजरी जारी
धर्मगुरुओं से चर्चा के बाद एडवाइजरी जारी
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते रक्षाबंधन और ईद-उल-जुहा का त्यौहार सार्वजनिक रूप से नहीं मनाया जा सकेगा। चिकित्सा शिक्षा और गैस राहत मंत्री विश्वास सारंग के मुताबिक धर्मगुरुओं से चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया है। इस संबंध में सरकार ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है। सरकार के इस फैसले के बाद राखी और ईद का त्यौहार परिवार के साथ घर पर ही मनाया जा सकेगा। सार्वजनिक स्थलों पर इन्हें मनाने की अनुमति नहीं होगी। यदि कहीं यह त्यौहार मनाया जाता है, तो 5 लोगों से अधिक लोगों की उपस्थिति नहीं रहेगी।
कांग्रेस विधायक ने किया था विरोध – वहीं भोपाल बकरीद के दौरान 10 दिन के लॉकडाउन के फैसले का कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि त्योहारों के समय लॉकडाउन का फैसला पूरी तरह गलत है। कांग्रेस विधायक ने चुनौती देते हुए कहा कि कुर्बानी तो हार हाल में होगी। इसके साथ उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए लोगों से सरकार के फैसले का विरोध करने की अपील की है।
कांग्रेस विधायक के लॉकडाउन के फैसले का विरोध करने पर सूबे के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हर विषय पर राजनीति ठीक नहीं है। लोगों की जान पहली प्राथमिकता है, सरकार जो भी कर रही है, जनता के लिए कर रही है। सरकार अपना निर्णय त्यौहार और धर्म के आधार पर नहीं लेती है। नरोत्तम मिश्रा ने त्यौहार घर में मनाने की अपील करते हुए अपील की है इस बार बहनें राखी पोस्ट से भेजें।
गौरतलब है कि कोरोना के हॉटस्पॉट बन चुके भोपाल में टोटल लॉकडाउन का फैसला किया गया है, जिससे धर्मिक स्थल भी बंद रहेंगे। लॉकडाउन के दौरान पेट्रोल पम्प, एलपीजी, मेडिकल स्टोर खुले रहेंगे। फैक्ट्री कार्यरत रहेंगी, परंतु फैक्ट्री मालिक के कोरोना सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद ही श्रमिक काम करेंगे। पशु-पक्षी आहार की दुकानें सक्षम अधिकारी की अनुमति के बाद खुली रहेंगी। वहीं होटल, रेस्टॉरेंट भी पूरी तरह बंद रहेंगे।