भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे का सिलसिला जारी है। गुरुवार को खंडवा के मंधाता से कांग्रेस विधायक नारायण पटेल भी कांग्रेस साथ छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। कांग्रेस विधायक गुरुवार दोपहर अचानक विधानसभा पहुंचकर प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को अपना इस्तीफा सौंपा इसके बाद वह शाम को भाजपा में शामिल हो गए।
पिछले 10 दिनों में नारायण पटेल तीसरे विधायक है जिन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए है।नारायण पटले के इस्तीफे के साथ विधानसभा में 27 सीटें खाली हो गई है जिसमें 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के चलते रिक्त घोषित हुई है। पिछले हफ्ते ही बुराहनपुर के नेपानगर सीट से कांग्रेस विधायक सुमित्रा देवी ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुई थी।
विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद नारायण पटेल प्रदेश भाजपा मुख्यालय पहुंचे जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। भाजपा में शामिल होने के बाद नारायण पटेल ने कहा कि कांग्रेस की विकास विरोधी मानसिकता ने उनके क्षेत्र की लगातार उपेक्षा की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो रहा हूं। दूसरी तरफ देश और प्रदेश में भाजपा सरकारों के काम करने की शैली अलग है। कार्यक्रम में पटेल ने दावा कि उपचुनाव में भाजपा उनके क्षेत्र में हजारों वोट से जीतेगी।
सदस्यता ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ट्विटर पार्टी हो गयी है। कांग्रेस में हताशा और निराशा का दौर चल रहा है। दिल्ली में वर्षों से पार्टी पर एक ही परिवार का कब्जा रहा है। प्रदेश में भी एक ही नेता प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष सभी पदों पर कब्जा जमा लेता है। कांग्रेस के शासनकाल में जनप्रतिनिधियों का दम घुट रहा था, क्योंकि विकास कार्य ठप थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मांधाता विधानसभा में जो भी विकास कार्य हुए हैं, वे सभी भाजपा सरकार के समय हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दल न होकर एक परिवार है और नारायण पटेल को यह विश्वास दिलाता हूं कि उन्होंने जिस भावना और संकल्प के साथ विधानसभा की सदस्यता से त्याग पत्र देकर भाजपा की सदस्यता ली है, उस भावना का इस परिवार में सदैव सम्मान किया जायेगा।